जय अमित शाह प्रकरण
..याद करें, तब नितिन गडकरी भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष थे।2012के अंतिम दिनों में पार्टी ने फैसला लिया था कि गडकरी को दोबारा अध्यक्ष बनाया जायेगा।पार्टी ने अपने संविधान में तदहेतु संशोधन भी कर लिया था।
अचानक कुछ विघ्न-संतोषियों ने साजिश रच पूर्ति उद्द्योग का कथित मामला उठा,बड़ी ही स्फूर्ति व तेजी से कार्रवाई करते हुए गडकरी को दोबारा अध्यक्ष बनने से रोक दिया था।जबकि उन्हें दोबारा अध्यक्ष बनाने के लिए प्रस्तावक तथा अनुमोदक के नाम तक तय हो चुके थे।गडकरी एक आंतरिक साजिश के शिकार हुए थे।
आज जब पुत्र जय शाह की कंपनी में हुए कथित भ्रष्टाचार को ले कर स्वयं अमित शाह को घेरे में लिया जा रहा है, सीबीआई-ई डी द्वारा जांच की मांग की जा रही है, क्या समान मापदंड(गडकरी की तरह)अपनाते हुए पार्टी अमित शाह के खिलाफ कार्रवाई करेगी??यह यक्ष प्रश्न आज पार्टी के अंदर ही खड़ा हो रहा है।
पार्टी के फैसले को लेकर सभी की निगाहें लगी रहेंगी।
… एस एन विनोद