Published On : Mon, Oct 23rd, 2017

कश्मीर में बीजेपी के सम्मेलन में लगे अल्लाहु अकबर के नारे

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भारतीय जनता पार्टी (बीेजेपी) के युवा मोर्चे ने रविवार (22 अक्टूबर) को कश्मीर में पहली बार अपना सम्मेलन आयोजित किया। कार्यक्रम में “अल्लाहो अकबर” के नारे लगे और पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी और “इंसानियत, जम्हूरियत और कश्मीरियत” से कश्मीर समस्या के समाधान का जिक्र किया गया।

श्रीनगर के शेर-ए-कश्मीर क्रिकेट स्टेडियम में करीब एक हजार महिलाओं और पुरुषों के मौजूदगी के बीच भाजयुमो अध्यक्ष और सांसद पूनम महाजन ने इस कार्यक्रम को “ऐतिहासिक” बताया।

पूनम महाजन ने इंडियन एक्सप्रेस से कहा, “जब मुझे बताया गया कि बीजेपी युवा मोर्चे का कश्मीर में पहला सम्मेलन है तो मैं थोड़ी नर्वस थी। मैं बॉलीवुड नगरी से आती हूं। यहाँ आप लोगों को इतनी बड़ी संख्या में देखकर मैं बस बॉलीवुड के एक डॉयलॉग बोलना चाहूंगी, “ये तो बस ट्रेलर है, अभी पूरी सुपरहिट फिल्म बाकी है।” ”

कार्यक्रम में पूनम महाजन का स्वागत “अल्लाहो अकबर” और “बीजेपी जिंदाबाद” के नारों से किया गया। कार्यक्रम के दौरान ही जब पास की मस्जिद से अजान की आवाज आयी मंच से घोषणा की गयी, “सब खामोश हो जाएं, अजान हो रही है।” बाद में मंच से पूनम महाजन ने अटल बिहारी वाजपेयी को याद करते हुए कहा, “वाजपेयी जी ने कहा था कि इंसानियत, जम्हूरियत और कश्मीरियत। हमें इंसानियत के साथ आगे बढ़ना होगा। पड़ोसी बदल नहीं सकते लेकिन हम शांति चाहते हैं।”

कार्यक्रम में जम्मू-कश्मीर बीजेपी के वरिष्ठ नेता और राज्य के उप-मुख्यमंत्री निर्मल सिंह ने वाजपेयी की तारीफ की। सिंह ने कहा, “‘ट्रैक टू (कूटनीति) के तहत मैं तीन-चार बार पाकिस्तान गया हूं। एक बार एक पाकिस्तानी में मुझसे पूछा कि मुझे कैसा लग रहा है और मैंने कहा कि ऐसा लग रहा है जैसे में जम्मू-कश्मीर में हूं। उसने मुझसे पूछा क्या आप भारत से हैं? मैंने कहा कि मैं वाजपेयी जी की पार्टी की जम्मू-कश्मीर इकाई का अध्यक्ष हूं। वो खड़ा हो गया और मुझे गले लगा लिया और कहा, दुनिया ने अटल बिहारी वाजपेयी जैसा नेता नहीं देखा। कारगिल जैसे माहौल में भी उन्होंने (वाजपेयी) दोस्ती का हाथ बढ़ाया था। उन्होने कहा था कि दोस्त बदले जा सकते हैं लेकिन पड़ोसी नहीं।”