Published On : Sat, Apr 18th, 2020

लेकिन ! उनका क्या जो केवल किराये के पैसों पर ही है निर्भर

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नागपुर- देश मे और शहर में लॉकडाउन के बीच महाराष्ट्र के गृहनिर्माण विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव संजय कुमार ने मकान मालिकों को अपने किरायदारों से तीन महीने का किराया टालने के लिए कहा है. उन्होंने कहा है कि समय पर किराया न देनेवालों और किराया बकाया होने पर किरायेदार को घर से न निकाला जाए. सरकार ने भले ही यह निर्देश दिए है लेकिन शहर में हजारों और राज्य में लाखों मकान मालिक ऐसे भी है, जिनका घर केवल किराए के पैसों पर ही निर्भर है. ऐसे में उनके लिए 3 महीने तक किरायदार से किराया न लेना और भी ज्यादा परेशान करनेवाला है. शहर में कई बुजुर्ग लोग ऐसे है जिनके बेटे,बेटियां दूसरे शहरों में रहते है. ऐसे में इनके पास किराये से घर चलाने के अलावा कोई विकल्प नही है.कईं तो ऐसे है जो काम नही कर सकते ,उन्हें बीमारी है, या फिर कई ऐसे है जिनके घर काम करनेवाला कोई नही है.

सरकार द्वारा की गई अपील पर अगर मकान मालिक ने 3 महीनों तक किराया नही लेने का आश्वासन इन् किरायदारों को दिया होता तो शायद इतनी बड़ी तादाद में इनका पलायन अपने राज्यों,शहरों और गांवो में नही होता.

किराये पर निर्भर रहनेवाले लोग अगर इन किरायदारों से किराया न ले तो उनका बिजली बिल जो उन्हें महीने के महीने भरने की ताकीद दी गई है , वह कैसे भरे, जरूरत का सामान कैसे खरीदे. यह संकट इनपर है. कई दिनों पहले भी सरकार ने यही कहा था अब फिर वही निर्देश के बाद मकान मालिक को भी डर सताने लगा है.

नाम न छापने की शर्त पर ‘ नागपुर टुडे ‘ ने कुछ मकान मालिकों से बात की तो उन्होंने बताया कि उनका जीवन ही पिछले कुछ वर्षों से किराये के पैसे पर निर्भर है. अगर सरकार के आदेश पर किराया नही लिया जाता तो सरकार हमारी बाकी की जरुरतो को पूरा करेगी क्या.

एक दूसरे मकान मालिक से बात की. जिन्होंने अपने दूसरे मकान को पूरा किराये पर दिया है. उनका कहना है कि महीने में 2 हजार रुपए बिजली का बिल आता है. वह कैसे भरेंगे.हम सरकार की मदद करने को तैयार है. लेकिन क्या सरकार 3 महीने का किराया नहीं लेने पर हमारा 3 महीने का बिजली का बिल माफ कर सकती है.