प्रदेश के लघु बांधों की मरम्मत
खारे पट्टे पर विशेष ध्यान
अकोला। जलयुक्त शिवार अभिफान बारिकियों का अध्ययन करने के पश्चात प्रदेश में आरंभ किया गया है. यह प्रशासन का ‘फ्लैगशीप प्रोग्राम’ है प्राधान्यक्रम से पुराने जलसंग्रह में जो गाद है उसे आगामी बारिश से पूर्व जलसंग्राहों से निकालने का कार्य इस अभियान के माध्यम से किया जाना है यह प्रतिपादन प्रदेश केजलसम्पदा राज्यमंत्री विजय शिवतारे ने किया.
रविवार को जिलाधिकारी कार्यालय में आयोजित अधिकारियों की एक बैठक में उन्होंने जलयुक्त शिवार अभियान को लेकर प्रशासन की भूमिका स्पष्ट करते हुए अधिकारियों को मार्गदर्शन किया. उन्होंने बैठक में कहा कि इस अभियान में अधिक से अधिक जल संग्रह का निर्माण करना है. इस कार्य में सम्बंधित प्रशासन की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी. उन्होंने कहा कि जिले में खारे पानी के पट्टे में सिंचाई को लेकर तथा सम्बंधित समस्याओं के संदर्भ में वे विशेष ध्यान दे रहे है. बैठक में विधायक गोपीकिशन बाजोरिया, जिलाधिकारी अरूण शिंदे, जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी देवेंद्र सिंग, जिला कृषि अधीक्षक प्रमोद लहाले, उपविभागीय अधिकारी, तहसीलदार, जलसम्पदा व जलसंधारण विभाग के अधिकारी उपस्थित थे.