Published On : Wed, Feb 12th, 2020

वर्दी हुई शर्मसार, रक्षक बना भक्षक

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कार में युवती को जबरन बिठाकर छेड़छाड़ करनेवाला पुलिसकर्मी गिरफ्तार

गोंदिया- गोंदिया जिले की देवरी तहसील के चिचगड़ थाने का पुलिसकर्मी रक्षक से भक्षक बन गया। इसकी करतूत से वर्दी पर एैसा बदनुमा दाग लगा कि, पुलिस महकमा ही शर्मसार हो गया।

नाबालिग छात्रा को लिफ्ट देने के बहाने चलती कार में छेड़छाड़ की घटना सामने आयी है।
लाखनी पुलिस ने केस दर्ज कर फरार चल रहे आरोपी की ४८ घंटे के अंदर गिरफ्तारी करते हुए उसे सलाखों के पीछे पहुंचा दिया है।

वारदात रविवार ९ फरवरी के दोपहर १२ बजे के आसपास उस वक्त घटित हुई जब लाखनी के कॉलेज में कक्षा १२ वीं में अध्ययनरित छात्रा प्रेक्टिकल पूर्ण कर भंडारा अपने गांव जाने के लिए राष्ट्रीय महामार्ग क्र. ६ पर गड़ेगांव निकट स्थित पिकअप स्टँड पहुची और बस का इंतजार कर रही थी।

इसी दौरान एक सफेद रंग की कार आकर रुकी तथा कार के स्टेरिंग पर बैठे व्यक्ती ने युवती से पुछा क्या यह रास्ता भंडारा रोड जाता है ? भंडारा कितना दूर है ? एैसा सवाल करने के बाद कार में सवार व्यक्ती बोला मैं खूद पुलिसकर्मी हूँ, बैठ जाओ मैं तुम्हें भंडारा तक छोड़ देता हूँ, यह कहते कार का दरवाजा खोला और हाथ पकड़कर जबरन सामनेवाले सीट पर युवती को बिठाया और गाडी आगे ब़ढ़ा दी।

कार में बैठते ही आरोपी ने छात्रा से छेड़छाड़ शुरू कर दी, जिस पर छात्रा ने प्रतिकार करते हुए शोर मचाना शुरू कर दिया, इस आपाधापी में कार का स्टेरिंग घुमने लगा, जिससे कार असंतुलित होने लगी, घबराकर आरोपी ने युवती को धक्का देकर कार से उतारा और फरार हो गया।

पीड़िता अपनी शिकायत लेकर लाखनी थाने पहुंंची पुलिस ने धारा 363, 366 (अ) 354 (अ) 323, 504,सहकलम 8 , 12 बैललैंगिक अत्याचार का मामला दर्ज किया।

आरोपी की धरपकड़ हेतु 6 टीमें बनाई गई
वारदात को अंजाम देने वाला आरोपी यह चिचगढ़ थाने का पुलिसकर्मी है इस बात की जानकारी मिलने के बाद पुलिस अधीक्षक अरविंद सालवे , अप्पर पुलिस अधीक्षक अनिकेत भारती के मार्गदर्शन तथा उपविभागीय पोलीस अधिकारी श्री काटे और अश्विनी शेड़गे के नेतृत्व में 6 पुलिस टीमें बनाई गई ‌।

क्राइम ब्रांच के इंस्पेक्टर रविंद्र मानकर , पुलिस निरीक्षक रामदेव मंडलवार , सहायक पुलिस निरीक्षक राजेंद्र गायकवाड़ , श्रीराम लांबाड़े ने आरोपी की धरपकड़ हेतु जगह-जगह दबिश देनी शुरू की तथा सायबर सेल की मदद से आरोपी के लोकेशन को खंगाला गया और भागा-भागा घूम रहा वर्दीधारी आरोपी निलेश यह ४८ घंटे के भीतर ही गिरफ्तार हो गया।

इस घटना से समूचे पुलिस महकमे में हड़कंप मचा हुआ है। आरोपी पुलिसकर्मी निलेश के विषय में बताया जाता है कि वह चिचगड़ थाना अंतर्गत डियुटी करता है और नक्सल दूरपरिक्षेत्र एओपी. चौकी बोंडे का निवासी है। अपनी घिनौनी करतूत से खाकी वर्दी पर कालिख पोतने वाले क्या इस पुलिसकर्मी पर निलंबन की गाज गिरती है यह देखना दिलचस्प होगा।

रवि आर्य