नागपुर: वाड़ी पुलिस द्वारा बलात्कार के मामले में जाँच को लेकर बरती गयी गंभीर लापरवाही की गाज आज वहां के थानेदार भीमराव खंडाले पर गिरी। महकमे ने आज थानेदार खंडाले को निलंबित कर दिया।
उल्लेखनीय है कि गत दिसंबर की 30 तारीख को वाड़ी थाने की हद में एक नाबालिग बच्ची पर सामूहिक बलात्कार की वारदात हुयी थी। लेकिन वाड़ी पुलिस ने सामूहिक बलात्कार की इस वारदात को सिर्फ विनयभंग का मामला बनाया और आरोपियों पर भारतीय दण्ड विधान की धारा 354 लगाकर मामले को चलता करने की कोशिश की। हादसे से प्रभावित नाबालिग बच्ची के परिजनों ने पुलिस महकमे के आला अधिकारियों से फरियाद लगायी। आला अधिकारियों ने जब गुप्त जांच करायी तो सच उजागर हुआ।
नागपुर पुलिस मुख्यालय की ओर से यहाँ जारी विज्ञप्ति में कहा गया है कि ‘जन-सामान्य को निष्पक्ष एवं सर्वोत्तम सेवा प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध महाराष्ट्र पुलिस ने वाड़ी के थानेदार भीमराव खंडाले को गंभीर लापरवाही का जिम्मेदार मानते हुए निलंबित कर दिया गया है।’ इस निर्णय के बाद से समूचे पुलिस महकमे में खलबली मची हुयी है।