Published On : Fri, Aug 21st, 2020

Video: NAFS फायर कॉलेज का डायरेक्टर सैलरी मांगने पर महिला कर्मियों को देता गंदी गालियां

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नागपुर – यू तो हमारे देश मे महिलाओं की बराबरी की बातें की जाती है, बड़े बड़े दांवे भी किए जाते हैै, लेकिन असल जिंदगी में महिलाओ को कामकाज के संस्थानों में पुरुषों की बदतमीजी और गालियां सहनी पड़ती है, यह हकीकत है, ऐसा ही एक मामला नागपुर शहर के रेशमबाग स्थित एनएएफएस NAFS फायर कॉलेज Nagpur  में सामने आया है. इस कॉलेज का चीफ मैनेजिंग डायरेक्टर (Chief Managing Director)  अपने ही कॉलेज में काम करनेवाली महिला कर्मी को गंदी गंदी गालियां दे रहा है और उसे अपने स्टाफ के सामने मारने के लिए जा रहा और उसे बेईज्जत कर रहा है. इस पूरी घटना का वीडियो किसी ने बना लिया और अब यह वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हो रहा है.

इस Viral Video में आप देख सकते है कि किस कदर बदतमीजी से यह संचालक (Director )  लड़की को गालियां दे रहा है. इस दौरान इसका पूरा स्टाफ भी वहां मौजूद है, लेकिन वो लोग इसे रोकने की बजाए, लड़की को ही समझा रहे है और उसे यहाँ से लेकर जाने की कोशिश कर रहे है. जानकारी के अनुसार यह लड़की इस NAFS कॉलेज में काम करती थी, और जब वो सैलरी मांगने पहुंची तो इसने उससे गालीगलौज शुरू कर दी.

मिली जानकारी के अनुसार इससे पहले भी यह संचालक  कई कर्मचारियों के साथ गालीगलौज और बदतमीजी कर चुका है, लेकिन कभी इस पर पुलिस की ओर से कार्रवाई नही की गई. इसपर यह भी आरोप है कि शिकायत करनेवाले कर्मियों पर ही यह झूठे इल्जाम लगाकर फंसा देता है.

 

 

इस पूरे मामले में NAFS कॉलेज के चीफ मैनेजिंग डायरेक्टर  ने सफाई देते हुए कहा कि वो लड़की को मैनर्स नही है और ना ही उसे कोई डिसिप्लिन है. हमारे यहां काम करती थी और उससे बराबर काम नही होता था, . इसलिए हमने उसको जॉब से डिस्कंटिन्यू कर दिए थे. उसका लास्ट महीने का सैलरी दे दिया था, 9 से 10 दिन का सैलरी बाकी था.  उसको कहा था कि सुबह 10 बजे आकर सैलरी ले लेना लेकिन वो 12:30 के आसपास आयी. ऑफिस में था नही ,उसने मुझे फ़ोन किया तो मैंने कहा शाम को 5 बजे आकर सैलरी ले लेना, लेकिन उसने कहा कि मुझे अभी के अभी सैलरी चाहिए और उसने फ़ोन पर मेरे साथ बदतमीजी की.

मैने उसको समझाने की कोशिश की, इसके बाद मैंने उससे कहा कि तू अपने परिजनों को लेकर दो चार दिन के बाद आ. माता या पिता के सामने हम तुम्हे सैलरी देंगे. वो लड़की शाम को 5 बजे आयी और उसने गार्ड को धकेला, यह सभी सीसीटीवी में मौजूद है,ऊपर आकर दूसरे गार्ड की भी नही सुनी और सीधे मेरे केबिन में घुस गई और मुझसे बहोत गलत तरीके से बात करने लगी. इसके बाद मैंने भी उसको चिढ़ते हुए कहा कि बदतमीजी से बात मत कर और अपने पेरेंट्स को लेकर आना. उसके बाद उसे गार्ड और स्टाफ ने सोफे पर बिठाया,इसके बाद फिर उससे कहा कि अपने पेरेंट्स को लेकर आना. मैं किसी को गाली नही देता, मैने उसको कोई गाली नही दी, आप आकर सीसीटीवी फुटेज देख सकते है.

हमारे देश में महिलाओ को आरक्षण और अन्य अधिकार के लिये हमेशा बुद्धिजीवीओ ने और राजनेताओ ने संघर्ष किया है, लेकिन इस तरह खुद को डॉक्टर कहने वाले कॉलेज का चीफ मैनेजिंग डायरेक्टर खुले आम लड़कियों को गालियां और बेइज्जती कर रहा है, तो क्या यह समझा जाए कि महिलाओ का मान -सम्मान केवल कागज़ों और भाषणों तक ही सीमित है, क्या ऐसे लोगों पर ठोस और सख्त कार्रवाई कर ऐसे लोगों को सबक सिखाना पुलिस प्रशासन का काम नही है.