गोंदिया । शहर से 10 किलोमीटर दूर ग्राम हिरडामाली स्थित वेस्ट प्रोसेसिंग प्लांट में 14 अगस्त को दुर्लभ प्रजाति के रूप में अपनी पहचान रखने वाले ट्रिंकट स्नेक ( तस्कर/ बन सुंदरी ) सांप के जोड़े और उसके 10 अंडों का रेस्क्यू किया गया है।
प्लांट के संचालक संजू हारोडे ने सर्प मित्र बंटी शर्मा को इस सांप के जोड़े के बारे में फोन पर जानकारी दी।
घटनास्थल पर पहुंचने पर देखा गया कि प्लास्टिक बोरों के पीछे मेल- फीमेल के रूप में अपनी तेजी और चपलता के लिए प्रख्यात रंग बिरंगी चमकदार त्वचा और आक्रमक दिखने वाले लेकिन हानिरहित स्वभाव के कारण मशहूर बिना जहर वाला ( अविषैला ) दुर्लभ प्रजाति का ट्रिंकट सांप का जोड़ा बैठा हुआ था , सुरक्षा उपकरणों की मदद से सर्पमित्र बंटी शर्मा और मनीष नाईक ने इसे सुरक्षित बाहर निकाला तथा पास ही देखा तो इस सांप के जोड़े के 10 अंडे भी मौजूद थे उन्हें भी सुरक्षित रेस्क्यू किया गया तथा पर्यावरण प्रेमी सर्पमित्र बंटी शर्मा ने रेस्क्यू कर पांगड़ी के जंगल में सुरक्षित खुले में विचरण हेतु छोड़ दिया।
बता दें कि ट्रिंकेट प्रजाति का बिना जहर वाला सांप है आमतौर पर जो मिट्टी के जगह पर रहना पसंद करता है ओर मुख्य रूप से चूहों और छोटे जीवों का शिकार करता है। शहर से निकलने वाले जैविक कचरे ( रसोई का कचरा ) को ट्रीटमेंट प्लांट में कम्पोस्टिंग के माध्यम से खाद में बदला जाता है इसका उपयोग मिट्टी में पोषक तत्वों को जोड़ने में किया जाता है।
गोंदिया के हिरडामाली स्थित ट्रीटमेंट प्लांट से जिस दुर्लभ प्रजाति के ट्रिंकेट सांप के जोड़े को रेस्क्यू किया गया है उसकी लंबाई साढ़े तीन फिट के आसपास है।
रवि आर्य