गोंदिया। विदर्भ क्षेत्र में शिक्षा विभाग के घोटाले की गूंज मैं कई अधिकारियों पर कार्रवाई हुई थी, अब सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे एक नए वीडियो ने शिक्षा जैसी पवित्र व्यवस्था में बार-बार सामने आ रहे हैं ऐसे प्रकरणों पर न सिर्फ प्रशासन , बल्कि पूरे समाज को चिंता में डाल दिया है।
बता दें कि जिले के अर्जुनी मोरगांव पंचायत समिति के गट शिक्षण अधिकारी अनिल चौहान का वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है जिसमें वे कथित रूप से रिश्वत लेते हुए नज़र आ रहे है।
पारसटोला स्कूल के संस्था प्रतिनिधि राजे मेश्राम के मुताबिक- 4 अगस्त को अनिल चौहान ने फोन किया की परसटोला में जाकर वे शाला की जांच करेंगे , स्कूल निरीक्षण के बाद सकारात्मक रिपोर्ट देने के लिए गट शिक्षण अधिकारी ने 25 हजार रुपए की मांग की थी , हमने ऑफिस जाकर लिफाफे में 5000 दिए तो चौहान कथित तौर पर भड़क गए , उन्हें यह कम लगा उन्होंने गुस्से में पैसे जमीन पर फेंक दिए।
यह पूरी घटना संस्था के प्रतिनिधि ने कैमरे में रिकॉर्ड कर ली जो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।
मुझे फंसाने की साजिश- अनिल चौहान
गोंदिया जिले के अर्जुनी मोरगांव पंचायत समिति मैं गट शिक्षण अधिकारी पद पर नियुक्त अनिल चौहान ने वीडियो संदेश के माध्यम से अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि- सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है वीडियो में कहीं कोई तथ्य दिखाई नहीं दे रहे हैं , यह दरअसल मुझे फंसाने ( ब्लैकमेल ) करने का प्रयत्न है , मैंने कोई रिश्वत नहीं ली , यह वीडियो झूठा है।
स्कूल शिक्षा मंत्री दादा भुसे ने दी प्रतिक्रिया
गोंदिया दौरे पर पधारे महाराष्ट्र के स्कूल शिक्षा मंत्री दादा भुसे ने मीडिया कर्मियों के सवालों का जवाब देते हुए कहा- मैंने वीडियो देखा है , जांच के आदेश दे दिए हैं , दोषी पाए जाने पर सख्त कार्रवाई होगी।
गौरतलब है गोंदिया शिक्षा विभाग में फैले भ्रष्टाचार की खबरें अब जनचर्चा का विषय बन चुकीं है। ऐसे में सवाल यह भी उठने लगे हैं क्या जांच के बाद दोषी पाए जाने पर कार्रवाई होगी या मामला फाइलों में दबकर रह जाएगा।
रवि आर्य