Published On : Wed, Aug 5th, 2020

Video : मेडीकल हॉस्पिटल के Covid सेंटर में वेंटिलेटर के खराब होने से मरीज की मौत

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परिजनों ने लगाया लापरवाही का आरोप

नागपुर – नागपुर में कोरोना (Covid -19) संक्रमण के बीच सरकारी हॉस्पिटलों में जरुरत के उपकरणों की कमी और डॉक्टरों की लापरवाही यह कोई नई बात नहीं है. लेकिन तुमसर में रहनेवाली एक 25 साल की लड़की की मौत वेंटीलेटर के खराब होने के कारण और डॉक्टर की लापरवाही से हुई है, ऐसा आरोप मृतक लड़की के परिजनों ने मेडीकल ( Medical Hospital) हॉस्पिटल के कोविड हॉस्पिटल एंड क्रिटिकल केयर सेंटर (Covid Hospital and Critical Care Centre) के डॉक्टरों पर लगाया है.मृतक का नाम गुलबशा उर्फ़ खुशबु खान है.

गुलबशा तुमसर में बुआ के साथ रहती है, वह पहले नागपुर में ही एक निजी हॉस्पिटल में जॉब करती थी. अभी कुछ दिन पहले वो तुमसर गई थी. क्योंकि उसकी शादी 16 अगस्त को होनेवाली थी. उसे कुछ दिनों से बुखार था, उसे भंडारा के एक हॉस्पिटल में दिखाया गया था, लेकिन भंडारा के हॉस्पिटल की ओर से उसे नागपुर के मेडीकल हॉस्पिटल में भेजा गया. 5 अगस्त को करीब रात 1: 30 बजे गुलबशा को लेकर उसके मामा शेख जब्बार, भाई, परिजन उसे मेडीकल हॉस्पिटल ( Medical Hospital ) लेकर पहुंचे.

मेडीकल के ओपीडी से उसे ट्रामा सेंटर स्थित कोविड हॉस्पिटल एंड क्रिटिकल केयर सेंटर (Covid Hospital and Critical Care Centre) में भेजा गया. यहाँ पर उसी समय रात में ही मरीज गुलबशा को वेंटिलेटर लगाया गया, करीब आधा घंटा वो वेंटिलेटर चला, इसके बाद बंद पड़ गया, परिजनों ने इसकी जानकारी डॉक्टरों को दी, इसके बाद डॉक्टर ने बताया की वेंटिलेटर (Ventilator) खराब हो गया, इसके बाद परिजनों को अम्बु बैग से पंप करने के लिए कहा गया, करीब 4 घण्टे तक परिजनों ने अम्बु बैग से पंप करने के बाद डॉक्टर से वेंटिलेटर ( Ventilator) के लिए कहा, इसके बाद दूसरा वेंटिलेटर लगाया गया, लेकिन 15 मिनट बाद ही दूसरा वेंटिलेटर भी बंद पड़ गया, और इसके साथ ही उसकी तबियत क्रिटिकल हो गई , जिसके बाद उसकी मौत हो गई. परिजनों के अनुसार मरीज की तबियत जब क्रिटिकल हुई, तब वहां पर डॉक्टर मौजूद नहीं थे, काफी देर बाद डॉक्टर पहुंचे. परिजनों का कहना है की जब उसे हॉस्पिटल लाया गया था, तो वो बात भी कर रही थी. अब तक परिजनों को रिपोर्ट नहीं मिलने के कारण मृतक का शव मोर्चरी में रखा हुआ है.

मृतक के मामा शेख जब्बार ने बताया की मृतक की रिपोर्ट अब तक नहीं आयी है. वे कई बार डॉक्टरों के पास चक्कर लगा चुके है. मोर्चरी में उनकी भांजी का शव रखा गया है. उन्होंने सीधे तौर पर आरोप लगाया है की वेंटिलेटर के खराब होने की वजह से और डॉक्टरों की लापरवाही से यह मौत हुई है.

मेडिकल हॉस्पिटल के सुपरिटेंडेंट डॉ. अविनाश गावंडे ने इस मामले में ‘ नागपुर टुडे ‘ ( Nagpur Today ) को जानकारी देते हुए बताया की वेंटिलेटर ऐसा ख़राब नहीं हो सकता है. उन्होंने कहा की इसकी पूरी जानकारी वे लेंगे.

By Shamanand Tayde