Published On : Mon, Sep 11th, 2023
By Nagpur Today Nagpur News

Video भंडारा: दही हांडी फोड़ते वक्त टावर गिरने से 6 गोविंदा घायल , अस्पताल में भर्ती

लोगों का शोर , म्यूजिक की धूम और पानी की बौछार के बीच अचानक टावर गिरने से मैदान पर मची अफरातफरी
Advertisement

भंडारा । कृष्णा जन्माष्टमी पर दही हांडी समारोह के दौरान ऊंचाई पर बंधी दहीहंडी फोड़ते वक्त टावर के अचानक गिरने से 6 गोविंदा घायल हो गए जिन्हें जिला अस्पताल में उपचार हेतु भर्ती कराया गया है जिनमें से पांच की हालत स्थिर तथा एक की हालत चिंताजनक बताई जा रही है।

2024 चुनावी मौसम है लिहाज़ा भंडारा विधानसभा क्षेत्र के शिंदे गुट के विधायक नरेंद्र भोंडेकर की ओर से दशहरा मैदान पर दहीहंडी कार्यक्रम का भव्य आयोजन किया गया था इस कार्यक्रम में महाराष्ट्र सरकार में उद्योग मंत्री उदय सावंत भी शामिल हुए।

Today’s Rate
Thursday 03 Oct. 2024
Gold 24 KT 76,100 /-
Gold 22 KT 70,800 /-
Silver / Kg 92,000/-
Platinum 44,000/-
Recommended rate for Nagpur sarafa Making charges minimum 13% and above

Advertisement

इस उत्सव के दौरान ऊंचाई पर रस्से से बांधी गई दही मक्खन से भरी मटकी को फोड़ने के लिए भंडारा और जिले के बाहर से कई गोविंदा समूहों की टीमों ने हिस्सा लिया।

लकड़ी की बल्ली और लोह पाइप तथा बांस से निर्मित मीनार (टावर ) के जरिए ऊंचाई पर दही हांडी को लटकाया गया था , भंडारा नशा मुक्ति संगठन की गोविंदा मंडली इस साहसिक खेल का परिचय देते हुए मटकी फोड़ने पहुंची।

लोकप्रिय उत्सव के दौरान मैदान पर इस गोविंदा मंडली का उत्साह बढ़ाने के लिए लोगों का शोर, म्यूजिक की धूम और बारिश की बौछार देखी गई।

इस दौरान ट्रॉफी और नगद पुरस्कार पर कब्जा करने के लिए 6 मानव पिरामिड की श्रृंखला बनाकर गोविंदा की टोली दही हांडी तक पहुंची कि तभी रस्से पर लटकाने की वजह से टावर धाराशाही होकर गिर गया जिस पर अफरातफरी की स्थिति निर्मित हो गई , हादसे में घायल 6 गोविंदा को उपचार हेतु भर्ती कराया गया है जिनमें से एक को गंभीर चोटें आई है।

बता दें कि जन्माष्टमी के मौके पर पूरे महाराष्ट्र में जगह-जगह मटकी फोड़ कार्यक्रम का आयोजन किया जाता है , खेल के दौरान प्रतिभागियों के गिरने और घायल होने की घटनाओं को देखते हुए सुरक्षा के तहत हाईकोर्ट ने नीचे गद्दे बिछाने, गोविंदा समूह के सिर पर हेलमेट तथा कमर में बेल्ट लगाने जैसे निर्देश दिए हुए हैं लेकिन कई जगहों पर नियमों की अनदेखी की जाती है।

रवि आर्य