ऊर्जामंत्री और मुख्यमंत्री के जलाएं पुतले
नागपुर– कोरोना काल में बिजली बिल माफ़ करने की मांग को लेकर लगातार आंदोलन और प्रदर्शन विदर्भ राज्य आंदोलन समिति की ओर से किया जा रहा है. विदर्भ राज्य आंदोलन समिति की ओर से एक बार फिर उत्तर नागपुर के कार्यकर्ताओ की ओर से वर्तमान ऊर्जामंत्री के विधानसभा परिसर में बिजली बिल माफ़ करने की मांग को लेकर नागरिकों और कार्यकर्ताओ ने ऊर्जामंत्री और मुख्यमंत्री के पुतले जलाकर विरोध प्रदर्शन किया. विदर्भ राज्य आंदोलन समिति युवा आघाडी नागपुर विभाग अध्यक्ष मुकेश मासुरकर के नेतृत्व में नागपुर शहर में जगह जगह पर इन प्रतीकात्मक पुतलों का दहन किया गया.
इस दौरान मुकेश मासुरकर ने नागरिकों को संबोधित करते हुए कहा की सभी नागरिक लॉकडाउन के बाद से घर में ही थे. 23 मार्च जब से लॉकडाउन हुआ था, इसके बाद सभी रोजगार बंद हो गए थे, व्यापार बंद हुआ, रोजगार बंद हुआ, खेती का काम बंद हुआ, तीन महीनों तक कोई भी काम पर नहीं था, नागरिकों की जेबों में जो भी पैसा बचा था, वह भी घर खर्च में चला गया. अब नागरिकों के पास पैसा नहीं है. अब 15 दिन हुए है काम धंदा थोड़े प्रमाण में शुरू हुआ है, काम पर भी केवल 30 प्रतिशत लोगों को ही काम करने की अनुमति है. ऑड-ईवन पद्धति से व्यापार शुरू रखने की अनुमति है. अभी भी कई रोजगार और उद्योग,काम शुरू नहीं हुए है. इसपर महावितरण ने बिजली के दर अप्रैल 2020 से बढ़ा दिए है.
अब बिजली दर ही नहीं तो विदर्भ की जनता का सम्पूर्ण बिजली का बिल माफ़ करने की मांग इस दौरान मासुरकर ने की है. इस दौरान कहा गया है की एक तरफ सरकार कहती है की किरायेदारों से किराए का पैसा न ले और दूसरी तरफ हजारों रुपए के बिजली बिल भेजकर सरकार अपनी तिजोरी भरने का काम कर रही है. इस दौरान पधाधिकारियों ने चेतावनी दी है की अगर बिजली बिल माफ़ नहीं किया गया था, आंदोलन और तीव्र किया जाएगा और इसके साथ ही महावितरण के किसी भी कर्मचारीयो और अधिकारियो को मोहल्ले में घुसने नहीं दिया जाएगा.