एक दिन पहले अहमदाबाद में अचानक से गायब हुए विहिप के फायरब्रैंड नेता प्रवीण तोगड़िया देर रात बेहोशी की हालत में मिले थे। मंगलवार को होश में आने के बाद प्रवीण तोगड़िया ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करके सीधे-सीधे केंद्र की मोदी सरकार को ही निशाने पर ले लिया। उन्होंने आरोप लगाया कि केंद्रीय खुफिया एजेंसी आईबी का इस्तेमाल करके उनके आवाज को दबाने की कोशिश की जा रही है। तोगड़िया के मुताबिक, उन्हें पता चला कि उनके एनकाउंटर के लिए दूसरे राज्य के पुलिसवाले उनके घर आने वाले थे। इसके बाद वह खुद ही अपने घर से निकल गए, साथ ही अपना मोबाइल फोन भी उन्होंने स्विच ऑफ कर लिया। उन्होंने कहा कि अगर पुलिस कहेगी तो वह खुद सरेंडर कर देंगे। तोगड़िया मीडिया से बात करते हुए भावुक हो गए और उनकी आंखों में आंसू भी आ गए।
तोगड़िया ने कहा कि वह कई बरसों से राम मंदिर बनाने, गोहत्या कानून बनाने, किसानों को लागत से डेढ़ गुना मूल्य दिलाने आदि के लिए आवाज उठा रहे हैं। उन्होंने कहा कि वह हिंदुओं की ओर से प्रमुखता से आवाज उठा रहे हैं इसलिए कुछ वक्त से उनकी आवाज दबाने को कोशिश की जा रही है। उन्होंने कहा, ‘देश के डेढ़ हजार डॉक्टरों को मैंने सेवा के लिए तैयार किए। सेंट्रल आईबी ने मुझे डराना शुरू किया। मैंने केंद्र को पत्र लिखा। सेंट्रल आईबी डराने का काम कर रही है। आवाज दबाने के लिए मेरे ऊपर कानून भंग के मामले दर्ज किए जा रहे हैं। देश भर के केस निकलवाकर एक जेल से दूसरे जेल भेजकर डराने का काम शुरू हुआ है।’