– श्रीमद् भागवत कथा में भक्त ध्रुव व प्रल्हाद चरित्र का वर्णन
नागपुर.: निरंजन नगर नागरिक उत्सव मंडल की ओर से श्रीमद् भागवत कथा ज्ञान यज्ञ का आयोजन जारी है. कथा आनंदवर्धन हनुमान मंदिर, बेलतरोडी में हो रही है. कथा वाचक योगेश कृष्ण महाराज भक्तों को कथा का सरस श्रवण करा रहे हैं.आज कथा के तृतीय दिवस धु्रव व प्रल्हाद चरित्र की कथा का वर्णन भागवताचार्य ने किया.
उन्होंने बताया कि ध्रुव और प्रल्हाद ईश्वर के प्रति अपने अटूट विश्वास, भक्ति व सत्य की प्रतिमूर्ति हैं. वे दोनों माया- मोह को छोड़कर एक ही आधार पर भगवान विष्णु को अपना आराध्य मानने वाले थे. वे हरि के सच्चे भक्त थे प्रभु की भक्ति करनी है तो इन दोनों के जीवन चरित्र से प्रेरणा लेनी चाहिए.
कथा व्यास ने आगे कहा कि प्रभु की भक्ति करने के लिए सबसे महत्वपूर्ण है उन पर अटूट विश्वास. जो प्रभु पर अटूट विश्वास रख उनकी भक्ति में लीन हो जाते हैं उन्हें श्री हरि की कृपा अवश्य ही प्राप्त होती है. ध्रुव व प्रल्हाद दोनों ही कठोर दंड से नहीं डरे और ईश्वर की आराधना करते रहे. ठीक उसी प्रकार हमें भी जीवन में संकटों से नहीं डरना चाहिए और भगवान पर विश्वास रख उनकी आराधना करनी चाहिए. ईश्वर अपने भक्तों की सच्ची पुकार सुन निश्चित ही उन पर अपनी कृपा बरसाते हैं. वर्तमान में बच्चों को अच्छे संस्कार के लिए भक्त प्रल्हाद व भक्त ध्रुव की कथा अवश्य ही सुननी व सुनानी चाहिए.
महाराज ने कहा कि हम मन के अनुरूप काम करते हैं जबकि हमें बुद्धि से सोच-समझकर काम करना चाहिए. यही कारण है जब मन मे अनुरूप काम करते हैं तो हमें उत्तम फल मिल जाता है लेकिन यदि हम बुद्धि से सोच समझकर काम करते हैं तो हमें ध्रुव फल मिलेगा. जो अटल होगा और कभी नहीं मिटेगा.
आज व्यासपीठ का पूजन लक्ष्मण प्रसाद दुबे, सुशीला दुबे, रमेश दुबे, अभिलाषा दुबे, विकास मिश्रा, करूणा मिश्रा, राममणि मिश्रा, संतोषी मिश्रा, रामू तिवारी, उमा तिवारी, ललिता दुबे, अनामिका दुबे, बाबा अहेेर, रूपाली अहेर, सुरेंद्र मिश्रा, निर्मला मिश्रा, शैलेंद्र मिश्रा, सविता मिश्रा, किरण द्विवेदी, रजनी द्विवेदी, अजय द्विवेदी, मधु द्विवेदी सहित अन्य ने किया. कथा का समय दोपहर 2 से 6 रखा गया है.