नए ठेकेदार कंपनी ‘एजी’ व ‘बीवीजी’ का काम प्रभावित
नागपुर: शहर की लगभग डेढ़ दशक से साफ़-सफाई का जिम्मा संभाल रहे हज़ारों कर्मी ठेकेदार कंपनी बदलने से बेरोजगार कर दिए गए.मनपा प्रशासन के वादे के बावजूद मात्र १०% कनक के कर्मियों को सेवा में लेने से नए ठेकेदार कंपनी ‘एजी’ व ‘बीवीजी’ का पहले ही दिन का काम प्रभावित हो गया.क्षुब्ध सैकड़ों कर्मियों का मोर्चा अभी अभी मनपा मुख्यालय पहुंचा,जो रोजगार की मांग सतत कर रहा तो कुछ इनके नाम पर रोटियां सेकने से बाज नहीं आ रहे.
कल शाम मनपा द्वारा शहर की साफ़-सफाई के लिए भांडेवाड़ी में बड़ी धूमधाम से नए ठेकेदार कंपनी ‘एजी’ व ‘बीवीजी’ ने उद्धघाटन किया।कामकाज आज से जरूर किया लेकिन पहले ही दिन ‘एजी’ का सम्पूर्ण कार्यक्षेत्र प्रभावित रहा तो ‘बीवीजी’ का १०% कामकाज ही शुरू हो पाया। दोनों ही कंपनियों ने पूर्व ठेकेदार कंपनी कनक के १०% कर्मियों को अपनाया था,शेष को मनपा के निर्देश के बावजूद बेरोजगार कर दिया।
वह साफ़ थी कि मनपा के सफेदपोशों से उक्त दोनों नए ठेकेदार कंपनियों की साठगांठ हुई थी कि वे चयनित दिग्गज सफेदपोशों के १०-१० लोगों को अपने कंपनियों में नियुक्तियां देंगी।इसके साथ ही दूसरी वजह यह हैं कि पूर्व ठेकेदार कंपनी सरकार द्वारा तय न्यूनतम वेतन दिया करता था,इस नई ठेकेदार कंपनियों ने बेरोजगारी के दौर में ८ से १२ हज़ार रूपए मासिक देने के शर्त पर नई भर्तियां की.जिसके कारण कनक के सैकड़ों कर्मी आज बेरोजगार हो गए.
उक्त बेरोजगारों का आज दूसरी बार मोर्चा मनपा पहुंचा। मनपा के स्वच्छ भारत मिशन के मुख्य अधिकारी प्रदीप दासरवार के हस्तक्षेप पर ‘बीवीजी’ ठेकेदार कंपनी ने कनक के कर्मियों को अपनाने का आश्वासन तो दिया,वह भी तब जब काम शुरू हो जाएगा।
इस आंदोलन के कारण आज सम्पूर्ण शहर का कचरा संकलन का कामकाज प्रभावित हो गया,याद रहे कि शहर से रोजाना १२०० टन कचरा संकलित कर भांडेवाड़ी पहुँचाया जाता था.