– आगामी विधानसभा चुनाव में भाजपा उम्मीदवार बनाए जा सकते हैं
नागपुर– राजनीति की शुरुआत भाजपा से करने वाले पूर्व नगरसेवक नीतीश ग्वालवंशी का वर्त्तमान पक्ष कांग्रेस से इस्तीफे को लेकर एक ओर कांग्रेस में अजीब सी शांति तो दूसरी ओर पुनः भाजपा में लौटने वह भी दिग्गजों की उपस्थिति में ,इस घटनाक्रम से वर्त्तमान भाजपाई अस्वस्थ्य हो गए हैं. पश्चिम नागपुर विधानसभा क्षेत्र हिंदी भाषियों का प्रभावी क्षेत्र है,इसमें हिंदी भाषी निर्णायक की भूमिका में हैं और ऐसे में ग्वालवंशी का भाजपा प्रवेश सभी के लिए चिंता का शबब बन गया हैं.
याद रहे कि नितीश ग्वालवंशी ने रविवार को केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी और पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस की मौजूदगी में घर वापसी अर्थात भाजपा में शामिल हो गए। संभावना जताई जा रही कि जल्द ही ग्वालवंशी समर्थक 2 अन्य महिला नगरसेविका भी प्रवेश करने वाली हैं.
इसी इलाके के प्रशांत चोपड़ा पहले हीभाजपा में शामिल हो चुके हैं. कांग्रेस के पूर्व नगरसेवक कमलेश चौधरी का क्षेत्र में खुद का वजूद हैं. कांग्रेस के लिए ये घटनाक्रम एक झटके जैसा लगता है,बावजद इसके आजतक शहर के तथाकथित कांग्रेसी नेताओं की चुप्पी पक्ष को कमजोर करते जा रही। वहीं कहा जा रहा है कि ग्वालवंशी का प्रवेश हिंदी भाषी उम्मीदवारों के लिए परेशानी का सबब होगा जो कई सालों से विधायक बनने का सपना संजोय हुए सक्रीय हैं.
पश्चिम नागपुर विधानसभा क्षेत्र को हिंदी भाषियों के लिए छोड़ने की मांग भाजपा में जोर पकड़ रही है। पिछले विधानसभा चुनाव में उल्लेखनीय माहौल बनाया गया था।
इस निर्वाचन क्षेत्र को हिंदी भाषियों पर छोड़ने का दबाव बढ़ता जा रहा है। इसलिए भविष्य में हिंदी भाषी उम्मीदवारों के खिलाफ मराठी भाषी बहस की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता।