मुंबई : भाजपा को जानबूझकर बाहर नहीं रखना है लेकिन अगर दिए गए वचनों का पालन नहीं करते हैं तो मैं अपनी भूमिका पर दृढ़ हूं। मुख्यमंत्री पद देने के लिए तैयार हो तो ही हमें फोन करो अन्यथा मत करो, ऐसा स्पष्ट संदेश शिवसेनापक्षप्रमुख उद्धव ठाकरे ने भाजपा को दिया है।
‘मातोश्री’ निवासस्थान पर शिवसेना तथा सहयोगी नवनिर्वाचित विधायकों की बैठक आयोजित की गई थी। इस बैठक में सभी ६४ विधायक उपस्थित थे। इस बैठक का मार्गदर्शन करते हुए उद्धव ठाकरे ने कहा कि शिवसेना की स्थापना ही भूमिपुत्रों के स्वाभिमान से हुई है। केवल भाजपा के लिए मुश्किल खड़ा करना है इसलिए यह नहीं कर रहा हूं। लोकसभा के समय जो तय हुआ था, वह होना चाहिए, बाकी कुछ अपेक्षा नहीं है। तयनुसार तिल भर भी अधिक शिवसेना को नहीं चाहिए।
गलत है मुख्यमंत्री का बयान
मुख्यमंत्री के पांच वर्ष के कार्यकाल को देखें तो उसमें कोई विवाद नहीं था। मुख्यमंत्री द्वारा दिया गया बयान एकदम गलत है। यदि वो मुझे झूठा साबित करने का प्रयास कर रहे हैं तो यह उचित नहीं है। भाजपा अपने वचन का पालन नहीं करनेवाली होगी तो चर्चा करने का कोई अर्थ ही नहीं। मेरा निर्णय मैं उचित समय पर घोषित करूंगा, ऐसा भी उद्धव ठाकरे ने कहा।