Nagpur: शहर के बाहरी इलाके के अनाधिकृत बस्तियाँ अनगिनत है. इन बस्तियों में सर्वांगीण विकास हेतु संयुक्त प्रस्ताव तैयार किया जाना चाहिए फिर चरणबद्ध विकास करने हेतु निधि उपलब्ध करवाने की मांग कांग्रेस के वरिष्ठ नगरसेवक पुरुषोत्तम हज़ारे ने नवनिर्वाचित स्थाई समिति अध्यक्ष संदीप जाधव से की.इस निवेदन को जाधव ने स्वीकार तो किया लेकिन तत्काल कोई जवाब नहीं दिया।आखिरकार हज़ारे को खाली हाथ लौटने को मजबूर होना पड़ा.
हज़ारे द्वारा दिए गए निवेदन के अनुसार प्रभाग क्रमांक २५ शहर की सिमा से लगकर है.इस प्रभाग की जनसंख्या १ लाख के आसपास है.प्रभाग के मध्य से राष्ट्रीय महामार्ग गुजरती है.इस महामार्ग के दोनों बाजु घनी-असुविधायुक्त बस्तिया है.इसी प्रभाग में से नाग नदी गुजरती है,प्रभाग में डंपिंग यार्ड व सिवरेज ट्रीटमेंट प्लांट,कत्लखाने आदि है.
प्रभाग २५ अन्तर्गत अनाधिकृत बस्तियाँ विकास से कोसों दूर है.मनपा-नासुप्र अपना-अपना पल्ला वर्षो से झटकते आई है.बस्तियों में बरसात के दिनों में बाढ़ का पानी जमा हो जाने से जलमग्न हो जाया करता है.बस्ती में प्रवेश हेतु नाममात्र मार्ग है.गंदगी का साम्राज्य इतना है की स्मार्ट सिटी अभियान को दागदार कर रहा है.बस्तियों में रहवासी रोज कमाने-खाने वाले है,इसलिए प्रशासन की कान-नाक-आँख इनके लिए बंद कर रखी है.
प्रभाग में भांडेवाड़ी डंपिंग यार्ड चौबीसों घंटे वातावरण प्रदूषित कर रहा है.पिने के पानी की व्यवस्था न होने से रोजाना सैकडों टैंकरों से जलापूर्ति की जाती है.प्रभाग के सम्पूर्ण बस्तियों में मकानों का आकार ५०० से ६०० फुट का है,इन बस्तियों में पीने की पाइप लाइन,सिवर लाइन,बरसाती नाली न के बराबर है.महिलाओ को शौचालयों के लिए रोजाना कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है.
हज़ारे का आरोप है कि मनपा प्रशासन एक ओर आर्थिक तंगी का रोना रोटी है और दूसरी ओर सत्तापक्ष के मंसूबे पर गैरजरूरत खर्च भी सतत करते जा रही है.प्रत्येक वर्ष बजट में अनाधिकृत बस्तियों के विकास के लिए निधि का प्रावधान दर्शाया जाता है लेकिन प्रत्यक्ष में खर्च न के बराबर की जाती है.मनपा प्रशासन-सत्तापक्ष नागपुर शहर के नाम पर अनेकों योजनाए लाती है लेकिन अनाधिकृत बस्तियों के मामले में सभी निष्क्रिय है.इन अनाधिकृत बस्तियों के रहवासियों का मत सभी हासिल करते है लेकिन विधायक-सांसद निधि से देने की बरी आई तो मुकर जाते है.
हज़ारे ने उक्त ज्ञापन देकर स्थाई समिति अध्यक्ष जाधव से उक्त मांग पूरी करने हेतु गुजारिश की तो समिति अध्यक्ष ने इस ज्वलंत मसले पर प्रतिनिधि से चर्चा करने की बजाय निवेदन स्वीकार कर बिना चर्चे के प्रतिनिधि को लौट दिया।
उल्लेखनीय यह है कि प्रभाग २५ में ३ नगरसेवक सत्ताधारी भाजपा के है और १ नगरसेवक कांग्रेस के है.कांग्रेस नगरसेवक हज़ारे पिछले कार्यकाल में प्रभाग के नागरिको के लिए काफी जनांदोलन किये और जनसहयोग से प्रभाग के नागरिकों की जरूरतें भी पूरी की.