नागपुर : उमरेड पवनी करांडला फारेस्ट रेंज में सोमवार को वन विभाग को और एक बाघिन का शव मिला । रविवार को ही जंगल से बाघ का शव बरामद हुआ था। बाघ का शव बरामद होने के बाद वन विभाग ने मृत्यु के सबूतों को इक्कठा करने के लिए ऑपरेशन चलाया था जिसमे शव बरामद हुआ। वन विभाग के कर्मचारी सोमवार की सुबह गश्त पर थे तब उन्हें उसी स्थान पर एक बाघिन का शव मिला जहां कल बाघ मृत अवस्था में पाया गया था। बाघिन की पहचान टी-4 के रूप में जिसकी उम्र 6 से 7 वर्ष के बीच है।
घटनास्थल के पास जंगली सुअर का भी शव बरामद हुआ है। वन विभाग को अंदेशा है कि सुअर का मांस खाने की वजह से दोनों की मौत हुई है। संभावना है कि जंगली सूअर को खेतों में आने से रोकने के लिए उसे जहर दिया गया हो। जहर देने के बाद उसकी मौत हो गई। इसी दौरान विचरण करते हुए बाघ-बाघिन का जोड़ा शव के पास पहुँचा हो और उसने मांस खा लिया हो। जिस जगह से बाघिन का शव बरामद हुआ है वहाँ से कृषि क्षेत्र 100 से 200 मीटर की दुरी पर है। बहरहाल वन विभाग ने बाघ-बाघिन की मौत की जाँच के लिए समिति का गठन किया है।
फोरेंसिक जाँच के लिए जंगली सूअर के मांस का नमूना भी लिया गया है। लगातार बाघ और बाघिन का शव मिलने से वन विभाग सकते में आ गया है। रविवार को ही पवनी वाइल्ड लाईफ रेंज में बाघ का शव मिला था ।
सुबह के वक्त कुछ पार्यटकों को बाघ बसुध पड़ा दिखा तो उन्होंने तुरंत इसकी सूचना तुरंत वाइल्ड लाईफ के आरएफओ को दी । मौके पर पहुंचकर जब देखा गया, तो बाघ की मौत हो चुकी थी। वन विभाग ने जंगली सुअर को मारने वाले आरोपी को पकड़ने के लिए डॉग स्कॉड की मदत ले रहा है। नागपुर और ताडोबा से डॉग स्कॉड को बुलाया गया है। बरामद सबूतों को जाँच के लिए नागपुर स्थित फोरेंसिक लैब में भेजा गया है।