मनपा परिवहन विभाग समिति से कई गुणा संगठित है चूना लगाने वाला गिरोह
नागपुर: मनपा की आपली बस शुरुआत से ही नई-नई उलझनों को गले लगाती रही है. वर्तमान में लगभग ३०० बड़ी और मिडी बसें मनपा सीमा और आसपास के गांव-देहातों तक सेवाएँ दे रही हैं. बस चालक और कंडक्टर की मिलीभगत से रोजाना मनपा को लाखों का चूना लगाया जा रहा है. जबकि उक्त ग़ैरकृत पर निगरानी रखने के लिए तैनात डिम्ट्स पर आंच न आए इसलिए आज तक परिवहन विभाग-समिति उसका बचाव करती रही. उक्त घटनाक्रम से प्रतीत होता है कि दाल में कुछ काला है.
इस प्रकल्प में मांग अनुरूप डिम्ट्स ने कर्मियों की तैनातगी नहीं की लेकिन भुगतान का लाभ पूरा उठा रहा है. इन्हें पहले सिक्योरिटी डिपाजिट में रियायत देकर महापौर ने पहले ही अपनी कार्यशैली का परिचय दे चुकी है. इसके बाद डिम्ट्स के यतत्कालीन प्रकल्प निदेशक को घर बैठे मासिक भुगतान करती रही. इन सब के बाद ईंधन की चोरी हुआ करती थी. इसके बाद सभी बस चालक और कंडक्टर संगठित हुए और संगठित अपराध को अंजाम देते हुए मनपा को रोजाना लाखों का चूना लगाते रहे. अब तक ३ लाख रूपए कीमत के १५ मोबाइल जब्त किए जा चुके हैं.
जिसके सहारे सूचना का आदान-प्रदान कर नगदी-चोरी को अंजाम दे रहे थे. इससे मनपा का राजस्व ५ लाख रुपए मासिक के करीब बढ़ गया. फ़िलहाल कार्रवाई नरम पड़ गई, संभवतः बढ़ी राजस्व पर असर पड़ सकता हैं. सवाल यह है कि उक्त अमूमन सभी गैरकृत को लगाम लगाने की जिम्मेदारी परिवहन विभाग की ओर से डिम्ट्स की है, लेकिन परिवहन विभाग और समिति डिम्ट्स के आगे नतमस्तक होने से मनपा को आर्थिक नुकसान उठाना पड़ रहा है.
अगले सप्ताह परिवहन समिति के नेतृत्व में डेढ़ दर्जन को मनपा के खर्च से दिल्ली टूर पर ले जाया जाएगा. यह दौरा १८ से २२ दिसंबर का है. दिल्ली टूर का सारा खर्च डिम्ट्स के कांधों दिया गया है. फिर कैसे मुमकिन हो कि डिम्ट्स पर परिवहन विभाग और समिति उंगलिया उठाने की जुर्रत करे.