अहमदाबाद: विश्व हिन्दू परिषद (वीएचपी) से इस्तीफा देने वाले प्रवीण तोगड़िया ने आज (17 अप्रैल) से अहमदाबाद में अनिश्चितकालीन अनशन शुरू कर दिया है। उनके साथ मंच पर सैकड़ों साधू-संत भी बैठे हैं। इनलोगों की मांग है कि अयोध्या में जल्द से जल्द राम मंदिर का निर्माण कराया जाय और देश में कॉमन सिविल कोड लागू किया जाय।
इसके अलावा तोगड़िया ने हिन्दुओं, किसानों, युवाओं, महिलाओं और मजदूरों के लिए भी लड़ाई लड़ने की बात कही है। बता दें कि दो दिन पहले विहिप में हुए चुनाव में तोगड़िया गुट के राघव रेड्डी की हार हुई थी और उनकी जगह रिटायर्ड जस्टिस वी सदाशिव कोकजे वीएचपी के अंतर्राष्ट्रीय अध्यक्ष चुने गए थे। अध्यक्ष चुने जाने के तुरंत बाद कोकजे ने तोगड़िया को कार्यकारी अध्यक्ष पद से हटा दिया था। इसके बाद तोगड़िया ने वीएचपी से इस्तीफा दे दिया था।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए तोगड़िया ने कहा, “पचास सालों तक हिन्दुओं के कल्याण के लिए अपना जीवन न्योछावर करने के बाद मुझे वीएचपी से निकाल फेंका गया, जबकि मैंने न तो कोई पद मांगा था और न ही प्रधानमंत्री का पद मांगा था। चाय का ठेला या पकौड़ा तलने की कड़ाही नहीं मांगी। हमने तो सिर्फ राम मंदिर मांगा। इसी मुद्दे के बल पर वो प्रधानमंत्री बने।” वीएचपी के गुजरात चीफ कौशिक मेहता और महासचिव रणछोड़ भारवाड भी तोगड़िया के साथ अनशन पर बैठे हैं।