भंडारा। यहा के भूमी अभिलेख कार्यालय में प्लाट में हेराफेरी करने के लिए 10,000 रूपये की रिश्वत मांगनेवाले परिक्षण भूमापन, चपरासी तथा डेटा एंट्री ऑपरेटर को एसीबी ने रंगेहाथ गिरफ्तार किया. यह कार्रवाई मंगलवार 5 मई को की. आरोपीयों में परिक्षण भूमापन महेश काशिनाथ हिंगे, चपरासी तिर्थराज सहसराम डोंगरे, तथा पूर्व डाटा एंट्री ऑपरेटर जितेंद्र दादाजी कांबले शामिल है.
प्राप्त जानकारी के अनुसार फरयादी ने मौजा पवनी, जि. भंडारा में एक खाली प्लाट 4 लाख रूपये में ख़रीदा और उसकी रजिस्ट्री 11 मार्च 2015 को की गई. उसके बाद फरयादी ने 26 मार्च को प्लाट में हेराफेरी करने के लिए उपाधीक्षक, भूमी अभिलेख कार्यालय, पवनी में कार्यरत परिक्षण भूमापन महेश काशिनाथ हिंगे तथा चपरासी तिर्थराज सहसराम डोंगरे से संपर्क किया. जहां प्लाट में हेराफेरी करने के लिए उन्होंने 10,000 रूपये की रिश्वत मांगी. जिसकी शिकायत फरयादी ने एसीबी भंडारा में कर दी.
शिकायत के आधार पर एसीबी ने भूमि अभिलेख कार्यालय में जाल बिछाया. महेश हिंगे ने तिर्थराज डोंगरे के माध्यम से रिश्वत की रकम 8,000 हजार तक कबुल की. जहां फरयादी से रिश्वत की रकम जितेंद्र दादाजी कांबले, पूर्व डाटा एंट्री ऑपरेटर के हांथों स्वीकारते हुए गिरफ्तार किया. तीनों आरोपियों के विरुद्ध पु.स्टे पवनी में भादंवि की धारा 3023/15, 7,12,13, (1) (ड़) 13 (2) के तहत मामला दर्ज किया.
उक्त कार्रवाई पुलिस उपअधिक्षक प्रशांत कोलवाडकर, पुलिस निरीक्षक किशोर पर्वते, पुलिस निरीक्षक जिवन भातकुले, स. फौ. हेमंतकुमार उपाध्याय, पु.ह.वा. बाजीराव चिधालोरे, ना.पु.का. अशोक लुलेकर आदि एसीबी टीम भंडारा ने की.