Published On : Thu, Sep 13th, 2018

चोर लुटेरों का अड्डा बनता जा रहा कोराडी मार्ग, नागरिकों ने की पुलिस आयुक्त का ध्यानाकर्षण

Advertisement

नागपुर: कोराडी मार्ग पर वॉक्स कूलर फैक्ट्री के पिछे एक भूमाफिया ने सैकड़ों प्लॉटधारक की जमीन पर कब्ज़ा कर असामाजिक तत्वों की बस्ती बसा दी थी. यहां रहनेवाले कुछ असामाजिक तत्व पुलिस की छत्रछाया में आसपास के रिहायशी इलाकों में चोरी-छिनतई के साथ अवैध धंधों को अंजाम दे रहे हैं. जब शिकायतकर्ता थाने पहुंचते या उनसे संपर्क करते हैं तो पुलिस शिकायत उनसे आरोपियों जैसा बर्ताव करती है.

इस लिए क्षेत्र में रहने वाले नागरिकों ने पुलिस आयुक्त से गुहार लगाई है कि उक्त बस्ती में तलाशी लेने के साथ ही साथ रोजाना २-३ बार पुलिस दल की गश्त भी लगे. वहीं शिकायत करनेवालों से आत्मियता से पेश आने की भी अपील की गई.

यह परिसर कोराडी पुलिस अंतर्गत आता है. वॉक्स कूलर फैक्ट्री के पीछे ८ से ९ लेआउटों पर सजा काट रहे एक भूमाफिया ने ९ वर्ष पूर्व कब्ज़ा कर ६०० से अधिक परिवारों को अवैध रूप से बसा दिया था. इनमें आधे से अधिक अवैध धंधे वाले और असामाजिक तत्व रहते हैं, जो आसपास के फ्लैट स्कीमों, घरों आदि में रहने वाले के परिसर से दिन-दहाड़े खुलेआम चोरियां करते हैं. उन्हें नागरिकों ने कई कहते सुना है पुलिस प्रशासन हमारे सहयोगी हैं. पिछले ३ दिन से होटल हेवेन्स के पास स्थित फ्लैट स्कीम से देर रात को ४ से ५ इलेक्ट्रिक खंबे, लोहे की फेंसिंग, एंगल आदि के चोरी का क्रम जारी है. ये चोर दिन में गायब करने की सूचना दे जाते हैं और रात को गायब करके ही दम लेते हैं.

सहमें रहवासी शिकायत करने कोराडी पुलिस इसलिए नहीं जाते क्यूंकि वहां का वातावरण आम नागरिकों के हजम के बाहर है. कोराडी पुलिस दबाव में आ कर शिकायत लिख भी ले तो उन्हें परेशान करने के लिए पुलिस शिकायतकर्ताओं को दिनभर बैठाए रखती है और खुद गायब हो जाते हैं या फिर रात में थाने बुलाकर शिकायतकर्ताओं को परेशान करते हैं.

उक्त अवैध बस्ती के इर्द-गिर्द हज़ारों की संख्या में नागरिक रहते हैं,अमूमन सभी के सभी कोराडी पुलिस और उक्त बस्ती के असामाजिक तत्वों से भयभीत हैं.

इस बस्ती में अवैध धंधे,अवैध शराब की बिक्री,नशा की सामग्री, चोरी का सामान, जुआ-सट्टा का कारोबार फलफूल रहा.कोराडी पुलिस सह अन्य पुलिस वर्दी में परिसर में देखे भी जाते हैं.

शहर पुलिस आयुक्त से क्षेत्र के नागरिकों ने गुजारिश की है कि उक्त परिसर के घर-घर की तलाशी ली जाए. चोरी करने वालों के साथ अवैध धंधे पर नकेल कसने के साथ कोराडी पुलिस को भी आम नागरिकों से व्यवहार करने का तरीका सिखाने हेतु कार्यशाला ली जाए.