नागपुर: मंगलवार को अंबाझरी उद्यान में मॉर्निंग वॉक करने गए नागपुर वासियों की मुलाकात अचानक चित्रगुप्त और यमराज से हुई. दरअसल ये नागपुर महानगर पालिका एवं ग्रीन विजिल फाउंडेशन द्वारा प्रस्तुत पथनाट्य ‘एक नदी थी ‘ के पात्र थे जो नाग नदी के साथ अन्य नदी नालों को प्रदूषण मुक्त व सव्च्छ बनाने के िलए जनजागरण कर रहे हैं.
इस पथनाट्य में दिखाया गया है कि यमदूत गलती से गणपत नामक नागपुर के आम आदमी को यमलोक उठाकर ले जाता है. जो शहर की नदी में आत्महत्या करने गया था, लेकिन नदी में पानी ना होने से वो आत्महत्या नहीं कर पाया. गणपत नागपुर में फैले प्रदुषण के बारे में यमराज को बताता है और यमराज चित्रगुप्त के साथ नागपुर आने का निर्णय लेते हैं. नागपुर में यमराज की मुलाकात नाग नदी से होती है जो उन्हें अपनी व्यथा सुनाती है. धरती पर फैला प्रदुषण का जाल देख यमराज भयभीत हो जाते हैं और यमलोक वापस चले जाते हैं और जाते जाते नाग नदी से कहते है कि नागपुर वासियों के बिना शहर की नदियों का पुरुत्थान असंभव है.
ग्रीन विजिल द्वारा प्रस्तुत इस पथनाट्य के माध्यम से नागपुर के नागरिकों को नदी स्वच्छता अभियान में जुड़ने का आव्हान भी किया गया. इस पथनाट्य को नागपुर वासियों से अच्छा प्रतिसाद मिला. पथनाट्य मंचन के दौरान मनप आयुक्त अश्विन मुद्गल, सत्तापक्ष नेता संदीप जोशी, एडिशनल कमिश्नर रामनाथ सोनवणे, मुख्य अभियंता उल्हास देबडवार, उद्यान अधीक्षक सुधीर माटे उपस्थित थे.