Published On : Sat, Aug 6th, 2022
nagpurhindinews | By Nagpur Today Nagpur News

मंत्रिमंडल का विस्तार को लेकर सर्वत्र असमंजस

Advertisement

– कठिन परिस्थिति में किसकी लॉटरी लगेगी,यह तो समय ही बताएगा।

नागपुर -राज्य मंत्रिमंडल का कैबिनेट विस्तार टलने से भाजपा-शिंदे गुट के इच्छुक मायूस हो गए हैं, इस क्रम में नागपुर जिले के सम्बंधित विधायक वर्ग यह सोच रहा कि मंत्रिमंडल का विस्तार होगा या नहीं और होगा तो कब होगा ? इस ज्वलंत सवाल का जवाब किसी के पास नहीं है। साथ ही यह भी चर्चा हो रही कि एक ही जिले से कितने मंत्री होंगे ? ऐसी कठिन परिस्थिति में किसकी लॉटरी लगेगी,यह तो समय ही बताएगा।

मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस को सत्ता स्थापित किए एक महीना बीत चुका है। हालांकि दावा किया जा रहा है कि जल्द ही कैबिनेट का विस्तार किया जाएगा, यह जवाब अब अनपच हो रही, अब आशंका जताई जा रही है कि यह सरकार नहीं बचेगी ?

वहीं दूसरी ओर विरोधी भी आक्रामक हो गए हैं। कैबिनेट विस्तार को लेकर नेता प्रतिपक्ष अजित पवार ने सरकार को संकट में डाल दिया है। विपक्ष दिल्ली पर उंगली उठा रहा है। कहा जा रहा है कि मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री के दिल्ली के पांच-सात चक्कर लगाने के बाद दिल्ली से कैबिनेट की सूची को अंतिम रूप दिया जाएगा. इसलिए किसी को यकीन नहीं है कि किसका नंबर लिया जाएगा और किसका काटा जाएगा।

गुजरात में बीजेपी ने पूरी कैबिनेट बदल दी है. सभी पुराने को एक तरफ धकेल दिया गया है और नए को मौका दिया गया है। अगर यही प्रयोग महाराष्ट्र में किया गया तो पूर्व मंत्रियों को कड़ी टक्कर मिल सकती है. केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शर्त रखी है कि घोटाले के आरोपी कैबिनेट में उन्हें जगह नहीं दी जाएगी. इसी को लेकर कहा जा रहा है कि शिंदे के साथ आए शिवसेना विधायकों को परेशानी हो रही हैं.

हालाँकि, ये सभी चर्चाएँ हैं। गुजरात और महाराष्ट्र में फर्क है। भाजपा नेताओं का कहना है कि यह प्रयोग वहां किया जा सकता है क्योंकि गुजरात में भाजपा की बहुमत वाली सरकार है। अगर यह सच नहीं है तो कैबिनेट का विस्तार क्यों नहीं हो रहा है ? हालांकि इसका जवाब भाजपा नेताओं के पास नहीं है.

बावनकुले, दटके अग्रणी
नागपुर जिले से पूर्व ऊर्जा मंत्री चंद्रशेखर बावनकुले, भाजपा शहर अध्यक्ष विधायक प्रवीण दटके मंत्रिमंडल में स्थान पा सकते है इसलिए दोनों का ही नाम आगे चल रहे हैं। ग्रामीण इलाकों में शिवसेना के कोटे से विवादास्पद विधायक आशीष जायसवाल का नाम तय माना जा रहा है. वहीं हिंगणा से विधायक समीर मेघे, पूर्व नागपुर से विधायक कृष्णा खोपड़े भी चर्चा में है.
अब देखना यह है कि सुको के निर्णय के बाद राज्य की राजनीति क्या करवट लेती है.