Published On : Sat, Jun 29th, 2019

अवैध रेती उत्खनन से बड़ा मसला हैं बिना रॉयल्टी के मुरुम,बोल्डर खुदाई

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जिला खनन विभाग की छत्रछाया में सरकारी राजस्व को लाया जा रहा चुना -,सामाजिक कार्यकर्ता विवेक सिसोदिया का आरोप

नागपुर : जिला खनन विभाग नदी किनारे अवैध रेती उत्खनन पर कार्रवाई कर खुद की पीठ थपथपा रही जबकि उनकी नाक के नीचे सम्पूर्ण जिले में मुरुम व बोल्डर की अवैध रूप से बिना रॉयल्टी पटाए उत्खनन खुलेआम जारी हैं.इस संदर्भ में जिला प्रशासन को सीधे जितनी भी मामलात की जानकारी मिली,उस पर तत्काल रोक लगी लेकिन कुछ दिनों बाद अल्प काल की रॉयल्टी जारी कर खनन विभाग अवैध कृतकर्ताओं को संरक्षण देने का काम कर रही,उक्त आरोप चक्की खापा परिसर में सक्रिय सामाजिक कार्यकर्ता विवेक सिसोदिया ने लगाया हैं.

आज सुबह अवैध उत्खनन स्थल का दौरा करते वक्त सिसोदिया ने जानकारी दी कि जिला खनन विभाग की सह पर सम्पूर्ण जिले में मुरुम व बोल्डर की पहाड़ी की अवैध खुदाई कर उसे एक ओर समतल किया जा रहा तो दूसरी ओर बिना रॉयल्टी पटाए जरूरतमंदों में बेचीं जा रही हैं.इसका उदहारण देते हुए सिसोदिया ने चक्की खापा स्थित मुख्य पहाड़ियों पर चल रही खुदाई से रु-ब-रु करवाया।

सिसोदिया के अनुसार चक्की खापा की पहाड़ी पर किसी की जमीन हैं.उसने लगभग १ माह पूर्व बिना रॉयल्टी के खुदाई करने व बेचने के लिए किसी अन्य को दे दिया था.जिलाधिकारी से सिसोदिया ने सीधी शिकायत की तो तत्काल अवैध खुदाई पर रोक लगा दी गई.इसके बाद उक्त अवैध कृतकर्ता ने जिला खनन विभाग से अनुमति लेकर पुनः खुदाई करवानी शुरू की.

१९ जून की रात पौने ९ बजे सिसोदिया ने मुरुम ढुलाई करने वाले ट्रक चालकों से पूछताछ की तो एक ट्रक के पास मिली रॉयल्टी की अंतिम तिथि १९ जून की दोपहर २ बजे ख़त्म हो चुकी थी तो दूसरे ट्रक चालक ने जो रॉयल्टी दिखाई उसमें ढुलाई का समय अंकित नहीं था.लेकिन पहाड़ी खुदाई का ठेका ५००० ब्रास की मिलने की जानकारी दी.जबकि दिखाई गई रॉयल्टी की रशीद में 0.40 ब्रास अंकित था.

सिसोदिया के अनुसार २४ बाय ७ मुरुम की खुदाई शुरू हैं.पिछले माह से २ उत्खनन की मशीनों से खुदाई की जा रही.खुदाई का मुरुम लोकल व बड़ी गाड़ियों से दर्जनभर ट्रक कई फेरियां कर रहे.

कुछ दिन पूर्व चक्की खापा के एक अन्य जागरूक युवक ने रात में ट्रक वालों को रोका तो ट्रको के संरक्षक ने हमला कर दिया,जिसकी जानकारी सिसोदिया के अनुसार पुलिस आयुक्त और उपायुक्त को दी गई लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई.

जिला प्रशासन से सिसोदिया ने मांग की कि जिले के खनिज सम्पदाओं के उत्खनन का अंकेक्षण किया जाएं।खनन विभाग इन दिनों सिर्फ रेती के अवैध उत्खनन पर कार्रवाई कर वाहवाही लूट रहा और दूसरी तरफ मुरुम,बोल्डर की अवैध खुदाई को नज़रअंदाज कर उसे संरक्षण दे रहा.इन्होने यह भी आरोप लगाया कि सरकारी प्रकल्पों में चोरी की मुरुम ( बिना रॉयल्टी पटाए ) का धड़ल्ले से उपयोग हो रहा,जिसमें दिग्गज खादीधारियों का समावेश हैं.इसी चोरी के मुरुम से चक्की खापा गांव तक जाने वाली सड़क का निर्माण भी जारी हैं.

अवैध फायरिंग रेंज
सिसोदिया ने संगीन आरोप लगाया कि चक्की खापा परिसर की एक मिलिट्री स्कूल द्वारा उपयोग किया जा रहा फायरिंग रेंज स्थल स्कूल प्रबंधन का नहीं हैं.इसी क्षेत्र से अवैध मुरुम की खुदाई बाद ट्रकों की आवाजाही शुरू हैं.

पहाड़ी के पीछे सरकारी भूमि हथियाने का आरोप
सिसोदिया के अनुसार पहाड़ी और उसके आसपास की सरकारी जमीन से लगी ३५ एकड़ भूमि पर विशालकाय लेआउट डाला गया है.इस लेआउट का कुछ हिस्सा सरकारी होने का दावा सिसोदिया ने किया हैं.इस कृत में सम्बंधित पटवारी,राजस्व निरीक्षक की भूमिका अहम् बतलाई जा रही,जिला प्रशासन से उक्त मामलात में निष्पक्ष जाँच की मांग की गई.