नागपुर: मैनेजमेंट क्षेत्र में ‘आयआयएम’ ने खुद की पहचान बनाई है और मैनेजमेंट शास्त्र के अनेकों ने अंतर्राष्ट्रीय दर्जे की शिक्षा यहाे से लेकर अनेक कीर्तिमान स्थापित किए हैं. ऐसे प्रकार की दर्जेदार और नामचीन संस्था नागपुर में शुरू हुई है. यह गौरव की बात है कि यहां का ‘ आयआयएम ‘ दुनिया का सबसे बेहतर होगा. यह कहना है मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस का. वे मिहान स्थित ‘ आयआयएम ‘ नागपुर के नए कैंपस के भूमिपूजन के कार्यक्रम में बोल रहे थे. इस कार्यक्रम के अध्यक्ष के रूप में केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी, तो वहीं प्रमुख अतिथि के तौर पर पालकमंत्री चंद्रशेखर बावनकुले, महापौर नंदा जिचकार, सांसद कृपाल तुमाने, विधायक मल्लिकार्जुन रेड्डी, सुधाकर कोहले, प्रा. अनिल सोले, समीर मेघे, महाराष्ट्र एयरपोर्ट विकास कंपनी के उपाध्यक्ष व व्यवस्थापकीय संचालक सुरेश काकाणी, नागपुर ‘आयआयएम’ के व्यवस्थापकीय मंडल के अध्यक्ष सी. पी. गुरुनानी मौजूद थे.
इस दौरान प्रकल्पग्रस्तों को कौश्लय विकास योजना के अंतर्गत शुरू किए गए प्रशिक्षण कार्यक्रम के प्रमाणपत्र युवकों को मुख्यमंत्री और केंद्रीय मंत्री के हाथों दिए गए. इस समय मुख्यमंत्री ने कहा कि नागपुर में ‘ आयआयएम ‘ कैंपस का भूमिपूजन हो रहा है. यह नागपुरवासियों के लिए अत्यंत ख़ुशी की बात है. 2015 से नागपुर में ‘आयआयएम ‘ में पाठ्यक्रम शुरू हो चुके हैं. अब यहां कैंपस इमारत में शुरू होनेवाला है. सभी सुविधाओं से युक्त और बेहतरीन साजसज्जा से लैस यह कैंपस दुनिया का बेहतरीन कैंपस बनेगा. यह इमारत पर्यावरणप्रिय रहेगी. मैनेजमेंट क्षेत्र के अनेक महत्वकांशी प्रोजेक्ट ‘ आयआयएम ‘ के माध्यम से पूरे होते हैं. ‘आयआयएम ‘ के माध्यम से मैनेजमेंट क्षेत्र में एक प्रकार की क्रांति हुई है. यहां भूमिपुत्रों को आवश्यक प्रशिक्षण देकर मिहान के उद्योग क्षेत्र में रोजगार के मौके उपलब्ध करके देने का महत्वपूर्ण कार्य भी ‘आयआयएम और मिहान की तरफ से हो रहा है. यह सभी विकास के सर्वोत्तम उदाहरण साबित होनेवाले हैं. इसके द्वारा सभी आम लोगों के जीवन में बड़ा परिवर्तन होने की बात भी मुख्यमंत्री ने कही.
उद्योग, व्यापार और मैन पावर इस सन्दर्भ में मुख्यमंत्री ने कहा कि उद्योग और व्यापार केवल कुशल मैन पावर द्वारा ही संभव हो सकता है. अच्छे दर्जे का मैन पावर यह आज के समय की महत्वपूर्ण जरुरत बन गई है. पुणे का उदाहरण इस दृषिट से महत्वपूर्ण है. पुणे में सबसे पहले शिक्षा की क्रांति हुई है. उसके बाद औद्योगिकीकरण बढ़ा व उसके बाद आईटी क्षेत्र की क्रांति सभी देख रहे है. इसका अर्थ है की कुशल मैन पावर किसी भी तरह की चुनौती से निपटने के लिए सक्षम होता है. ‘ आयआयएम ‘ ‘ एम्स ‘, नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी व ट्रिपल आयआयटी इस तरह के शिक्षा संस्थानों के माध्यम से नागपुर में नई शिक्षा प्रणाली निर्माण हो रही है. मिहान स्थित उद्योग और व्यापार निर्माण के लिए यह फाउंडेशन बनेगा. नागपुर देश के बीच में होने की वजह से नागपुर अब लॉजिस्टिक हब बन रहा है. विभिन्न प्रकार की वितरण प्रणाली यहां उपयुक्त रहेगी. इसी पुष्ट्भूमिपर नागपुर और विदर्भ में बड़े उद्योग उभारे जा रहे हैं. कुछ उद्योगो की शुरुवात भी हो रही है. अजनी में पैसेंजर हब तैयार हो रहा है. तो वही वर्धा परिसर में कार्गो हब बनाया जा रहा है. ‘ रेल-रोड.एयर ‘ ऐसी पद्धति की कनेक्टिविटी तैयार की जा रही है. इससे बड़े परिवर्तन होंगे .
इस दौरान मौजूद केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि वैश्विक दर्जे का ‘ आयआयएम ‘ नागपुर में बनाया जा रहा है. इस संस्था की इमारत अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस और पर्यावरणप्रिय होगी. मैनेजमेंट क्षेत्र के नए प्रोजेक्ट और प्रयोग यहां साकार किए जाएंगे. लॉजिस्टिक सन्दर्भ के पाठ्यक्रम और प्रशिक्षण इनका भी इसमें समावेश रहेगा. ‘आयआयएम ‘ और मिहान के माध्यम से प्रकल्पग्रस्त और स्थानीय लोगों को रोजगार उपलब्ध कराकर देने पर जोर दिया जा रहा है. नागपुर अब लॉजिस्टिक और कार्गो हब बन रहा है. रिंगरोड, इंटरनेशनल एयरपोर्ट जैसे अनेक सुविधाओ के काम होने की बात भी इस दौरान गडकरी ने इस दौरान कही. इस दौरान ‘आयआयएम ‘ के मैनेजमेंट मंडल के अध्यक्ष सी. पी. गुरुनानी ने आभार प्रकट किया.