– सम्मान से बागी गुट सह भाजपा से चर्चा करें – बागियों की मांग
मुंबई/नागपुर – मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने शिवसेना में बगावत कर दी और 40 विधायकों को अपने साथ लेकर भाजपा की मदद से सरकार बनाई.उसके बाद भी शिंदे गुट और शिवसेना के बीच संघर्ष जारी है। लेकिन एक तरफ जहां यह संघर्ष जारी है, वहीं दूसरी तरफ शिंदे गुट अभी भी शिवसेना में शामिल होने को लेकर आशान्वित है. चूंकि हमने शिवसेना नहीं छोड़ी है, इसलिए हम शिवसैनिक हैं।
शिंदे गुट के प्रवक्ता दीपक केसरकर ने कहा है कि अगर उद्धव ठाकरे बुलाएंगे तो हम जरूर जाएंगे। हालांकि उन्होंने उद्धव ठाकरे को अपने आसपास के कुछ लोगों को दूर रखने की सलाह भी दी है। उद्धव के आजु-बाजु हमेशा रहने वाले हमें अपने अपने क्षेत्रो में काम करने के लिए और उद्धव ठाकरे के साथ बैठक करवाने में हस्तक्षेप किया करते थे।तब ऐसा महसूस हुआ करता था कि हम विधायक क्यों बने ?
अब हम भाजपा के साथ सत्ता में हैं और एक नया परिवार बना है। अब अगर हम इस परिवार से वापस जाना चाहते हैं तो हम अकेले नहीं हैं। हमें बुलाते हुए उद्धव ठाकरे को भाजपा से भी चर्चा करनी होगी. केसरकर ने कहा कि भाजपा के वरिष्ठ नेताओं से चर्चा करने के बाद ही फैसला लेना होगा।