– पहली सुनवाई से दूरी बनाए मनापायुक्त,उपायुक्त जैन सह अधीक्षक अभियंता पोहेकर निशब्द,लोकायुक्त ने आयुक्त से उपजे सवालात का जवाब मांगा,अगली सुनवाई 16 नवंबर को
नागपुर – पिछले एक साल से अधिक समय से मनपा में सीमेंट सड़क फेज-2 अंतर्गत बड़ी धांधली को परत दर परत NAGPUR TODAY सह RTI कार्यकर्ता ने सार्वजनिक कर मनपा प्रशासन से इस मामले के सभी दोषियों के खिलाफ जांच सह सख्त कार्रवाई की मांग की लेकिन उनके कानों पर जूं तक नहीं रेंगा। अंतः यह मामला RTI कार्यकर्ता द्वारा लोकायुक्त के दर खटखटाए गए।
लोकायुक्त ने इस संदर्भ में पहली सुनवाई हेतु मनापायुक्त राधाकृष्ण बी सह नागपुर टुडे प्रतिनिधि को सूचित किया। सुनवाई के दौरान मनापायुक्त अनुपस्थित रहे,उन्होंने अपनी जगह मामले से अनभिज्ञ उपायुक्त जैन और मामले के मुख्य दोषी ठेकेदार कंपनी डीसी गुरबख्शआणि समर्थक मनपा के अधीक्षक अभियंता पोहेकर को लोकायुक्त के समक्ष प्रस्तुत किया।
लोकायुक्त की सुनवाई शुरू जरूर हुई लेकिन मनापायुक्त प्रतिनिधि जैन और पोहेकर तकनीकी अड़चन के कारण अपना पक्ष रखने में कामयाब नही हो पाए। लोकायुक्त ने शिकायतकर्ता से उनकी मांग और पक्ष जाना,इसके बाद मनापायुक्त प्रतिनिधि से उसका जवाब मांगा लेकिन वे कोई जवाब नहीं दे पाए इसलिए लोकायुक्त ने अगली सुनवाई 16 नवंबर 2021 को रखी, जिसमे आयुक्त द्वारा गठित जांच समिति में पाए गए अनियमितता पर लिए गए ACTION की जानकारी देने का निर्देश दिया।
याद रहे कि मामला दबाने के लिए मनापायुक्त, CE ने WORK COMPlETE होने का दावा किया है और गुणवत्ता पूर्ण निर्माण कार्य का भी दाबा किया गया जबकि DLP PERIOD शुरू है और FINAL BILL अभी तक तैयार नहीं हुआ है।इतना ही नहीं गुणवत्ता मामले में टेंडर शर्त के मुताबिक बड़ी मात्रा में सामग्री नहीं डाली गई,जिसकी जानकारी ठेकेदार कंपनी के संचालक ओम और पूर्व अधीक्षक अभियंता मनोज तालेवार को होने के बावजूद इन्होंने आयुक्त और CE को अंधेरे में रखा,वैसे CE भी उक्त दोषी ठेकेदार कंपनी की खासमखास है। इसके बावजूद मनपा वित्त विभाग ने टेंडर शर्त के हिसाब से बोगस खाते में शत प्रतिशत भुगतान कर दिया। इसके बावजूद लोकायुक्त और मनापायुक्त कह रहे कि elligal नहीं बल्कि irregularities हैं, घोर आश्चर्य !