यवतमाल/नागपुर: यवतमाल की घाटंजी तहसील राजुरवाडी गाँव आत्महत्या करने वाले 50 वर्षीय किसान शंकर भाऊराव चायरे का शव अभी भी सरकारी अस्पताल के पोस्टमार्टम रूम में ही रखा हुआ है। मृत किसान के परिजन और गाँव के लोग सीएम के न आने तक शव न लेने की चेतावनी पर अड़े हुआ है। बुधवार को मृत किसान के परिवार से मिलने पहुँचे किसान नेता और यशवंतराव चव्हाण किसान स्वावलंबन मिशन के अध्यक्ष किशोर तिवारी को भी गाँव के लोगो की नाराजगी का सामना करना पड़ा।
इस मुलाकात के दौरान जिले की अतिरिक्त जिलाधिकारी भुवनेश्वरी,पंचायत समिति सभापति कालंदी आत्राम,जिला परिषद सदस्य सरिता जाधव के साथ अन्य सरकारी अधिकारी मौजूद थे। चायरे के परिवार से मिलने पहुँचे लोगो ने उन्हें सरकार की तरफ से हर संभव मदत दिलाने का आश्वासन दिया बावजूद इसके गाँव और किसान के परिजन अपनी माँग पर अड़े हुए है।
तिवारी ने बताया की गाँव के लोगो का गुस्सा उनपर फ़ूट पड़ा ,वो किसी की भी बात सुनने की स्थिति में नहीं है। उनके द्वारा मृत किसान के परिजन की माँग को मुख्यमंत्री तक पहुँचाये जाने की जानकारी तिवारी ने दी। इस मुलाकात के दौरान शंकर चायरे की पत्नी ने घर के आर्थिक हालत की जानकारी देते हुए अपनी तकलीफें बयां की। ग्रामीणों ने तिवारी को घेरकर अपना गुस्सा उतारा। ग्रामीणों ने तिवारी को बताया कि राज्य सरकार द्वारा की कई कर्जमाफी में 350 में से सिर्फ 52 किसानों को ही इसका लाभ मिला है।
बहरहाल ग्रामीणों का सीएम से मिलने की माँग पर अड़े हुए है। वैसे गुरुवार को मुख्यमंत्री का जिले में सरकारी दौरा भी है। संभावना है की वो इस दौरान पीड़ित परिवार से मिल सकते है। वैसे तिवारी ने बताया की इस मुलाकात को लेकर वो प्रयास करेंगे।