Published On : Thu, Dec 11th, 2014

काटोल : उच्च लैंगिक शिक्षाधारित ‘तारूण्यभान’ कार्यशाला कल से

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काटोल (नागपुर)।
युवाओं के साथ जानकारीपरक व दिल खुश संवाद साधने  सर्च गड़चिरोली के तत्वावधान में जीवन शिक्षण उपक्रम के अंतर्गत ‘तारूण्यभान’ उच्च लैंगिक शिक्षा पर आधारित कार्यशाला नबीरा महाविद्यालय काटोल में आयोजित है. कार्यशाला का प्रायोजक कालोट स्थित श्री तिरुपति ग्रुप है. 12 दिसम्बर को सुबह 9 से शाम 5 बजे तक चलने वाली कार्यशाला का आयोजन नबीरा महाविद्यालय में होगा. इसमें 16 से अधिक आयुवर्ग के बालक-बालिकाओं व पालकों के लिए यह कार्यशाला आयोजित है. महाराष्ट्र भूषण डॉ. राणी बंग व उनके सहयोगी इस तीन दिवसीय कार्यशाला के विषयों – ‘उम्र के साथ होने वाले शारीरिक व मानसिक बदलाव, आकर्षण व सच्चे प्रेम में अंतर, प्रजनन इंद्रीय : रचना व कार्य, जवाबदार अभिभावक व योग्य जोड़ी का चयन, मासिक धर्म के दौरान सतर्कता व स्वच्छता, हस्थ मैथुन व स्वप्नदोष, बांझपन, परिवार नियोजन व साधन, कर्क रोग, विवाह व वैवाहिक जीवन, युवाओं की जवाबदारीपूर्ण आचरण’ पर मार्गदर्शन करेंगे. डॉ. राणी बंग सर्च की सहसंचालिका हैं. वे 1985 से डॉ. अभय बंग के साथ आदिवासी व दुर्गम क्षेत्रों के निवासियों के लिए स्वास्थ्य विषयक कार्य में तल्लीन हैं. पिछले 15 वर्षों से उन्होंने ‘तारूण्यभान’ की 231 कार्यशालाओं द्वारा 45 हजार युवतियों का लैंगिक शिक्षा पर गहन मार्गदर्शन दे चुके हैं.

इस कार्यशाला में वैज्ञानिक तरीके से मार्गदर्शन करने के साथ ही हँसी-मजाक, खेल, गाने, सदन चर्चा व कहानी का समावेश किया गया है. शामिल होने वाले लड़के-लड़कियों के लैंगिक विषयक सटीक व शास्त्रों   के अनुसार जानकारी देकर उनकी जिज्ञासा को सही दिशा देने के उद्देश्य से शोध ग्राम (सर्च) गड़चिरोली संस्था उपरोक्त उपक्रम संचालित कर रही है.

प्रवेश की सीमा निर्धारित होने से कार्यशाला में भाग लेने वाले युवा व अभिभावक 11 दिसम्बर तक अपना नाम दर्ज कर कर प्रवेश सुनिश्चित कर लें. अधिक जानकारी के लिए नबीरा महाविद्यालय, काटोल के शिविर समन्वयक प्रा. आदित्य जीवाणी से मो. नं. 9822210786 से सम्पर्क कर सकते हैं. यह जानकारी महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. मिलिंद पाटिल ने एक विज्ञप्ति में दी है.

Tarunyabhan Karyashala