-डिक अस्पताल में सैकड़ों नागरिकों का किया नेत्र परीक्षण
नागपुर: पिछले साल से कोरोना महामारी के मद्देनज़र कई अस्पतालों में आंखों के संबंधित सर्जरी प्रक्रियाएं रोक कर कोरोना मरीज़ों के इलाज को प्राधान्य दिया जा रहा। इसके चलते मोतियाबिंद मरीज़ों के लिए कई मुश्किलें पैदा हो गईं। यदि मोतियाबिंद का ऑपरेशन समय पर नहीं किया गया तो दृष्टि हानि की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता है।
इसलिए महापौर दयशंकर तिवारी ने नेत्र ज्योति योजना का आयोजन किया और इस अभियान के तहत 75 नेत्र जांच शिविर आयोजित करने की उम्मीद जताई जा रही है। इस परियोजना के माध्यम से नागपुर महानगरपालिका ने मोतियाबिंद के करीब पांच हजार मरीज़ों के ऑपरेशन करने का निर्णय लिया है, इस आशय के विचार महापौर दयाशंकर तिवारी ने व्यक्त किए।
महापौर नेत्रज्योति योजना के तहत महातमे आई बैंक के सहयोग से वीआईपी रोड स्थित डिक अस्पताल में रविवार को नेत्र जांच शिविर का आयोजन किया गया। महापौर तिवारी शिविर के उद्घाटन के अवसर पर भाषण दे रहे थे। इस अवसर पर धरमपेठ ज़ोन के अध्यक्ष सुनील हिरनवार, पार्षद रूपा राय, उज्ज्वला शर्मा, पार्षद संजय बांगले, निशांत गांधी, पूर्व विधायक सुधाकर राव देशमुख, डॉ. कीर्तिदा अजमेरा, सहायक चिकित्सा स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. विजय जोशी, चिकित्सा अधिकारी भावना सोनकुसले, डॉ. अतीक खान आदि मौजूद थे।
आगे बोलते हुए महापौर दयाशंकर तिवारी ने कहा कि अब तक नौ नेत्र जांच शिविर आयोजित किए जा चुके हैं। इसके ज़रिए 750 से ज्यादा मरीजो का मोतियाबिंद का ऑपरेशन किया गया है। दृष्टिबाधित लोगों के लिए महापौर दृष्टि सुधार योजना प्रारंभ करने की घोषणा की गई है। उन्होंने कहा कि अगर कोई ऐसा व्यक्ति आधार कार्ड और राशन कार्ड के साथ महापौर कार्यालय से संपर्क करें तो उसका 20 दिन के भीतर ऑपरेशन किया जाएगा।