Published On : Wed, Jun 14th, 2017

मनपा स्कूल की छात्रा तन्वी मोटघरे 96.20 परसेंट लेकर रही टॉपर

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नागपुर:
 महाराष्ट्र राज्य माध्यमिक शिक्षा मंडल की ओर से मंगलवार को दसवीं कक्षा के परीक्षा परिणाम घोषित किए गए. बैरिस्टर शेषराव वानखेड़े विद्यानिकेतन की छात्रा तन्वी भीमराव मोटघरे ने 96.20 प्रतिशत अंक लेकर मनपा स्कूल में प्रथम स्थान हासिल किया है. हिंदी माध्यम से संजय नगर हिंदी माध्यमिक स्कूल के छात्र भूपेंद्र शाहू ने 94.80 प्रतिशत, तो वहीं साने गुरूजी उर्दू माध्यमिक स्कूल से सानिया परवीन अब्दुल कादिर ने 88.40 प्रतिशत अंक लेकर प्रथम स्थान हासिल किया है.

महानगर पालिका के अंतर्गत मराठी, हिंदी, उर्दू माध्यम की 28 स्कूलों में 2074 विद्यार्थी परीक्षा में बैठे थे. जिसमें से 1397 विद्यार्थी उत्तीर्ण हुए हैं. लिहाजा मनपा का रिजल्ट 67.37 प्रतिशत लगा है. मराठी माध्यम से जयताला माध्यमिक स्कूल के ऋतिक ढोंगड़े ने 92 प्रतिशत अंक लेकर दूसरा स्थान हासिल किया है. बैरिस्टर शेषराव वानखेड़े विद्यानिकेतन की मोनिका नेवारे ने 90.80 प्रतिशत तो वहीं जयताला माध्यमिक स्कूल के आशीष येडे ने भी 90.80 प्रतिशत अंक लेकर संयुक्त रूप से तीसरा स्थान हासिल किया है. हिंदी माध्यम से विवेकानंद नगर हिंदी माध्यमिक स्कूल की रोशनी शुक्ला 87.40 और लाल बहादुर शास्त्री हिंदी माध्यमिक स्कूल की जान्हवी सोनकुसरे 85.40 प्रतिशत अंक लेकर दूसरे और तीसरे पर रही. उर्दू माध्यम से साने गुरुजी उर्दू माध्यमिक स्कूल के हुसैन शेख सलीम खान ने 87. 80 और एम.ए.के. आज़ाद उर्दू माध्यमिक स्कूल के मोहम्मद रशीद मोहम्मद गुलाम मुस्तफा ने 84.60 प्रतिशत अंक लेकर दूसरा और तीसरा स्थान हासिल किया.

दिव्यांग विद्यार्थियों में डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर माध्यमिक स्कूल की प्रीति ब्राह्मणकर ने 77.80 प्रतिशत के साथ स्कूल में प्रथम स्थान हासिल किया है. इस वर्ष महानगरपालिका के मराठी माध्यम का रिजल्ट 71. 06 प्रतिशत रहा, हिंदी माध्यम का 58.31 प्रतिशत, तो वहीं उर्दू माध्यम का 87.44 प्रतिशत रिजल्ट लगा है. कुन्दनलाल गुप्ता नगर उर्दू माध्यमिक स्कूल का रिजल्ट 100 प्रतिशत लगा है.


महापौर की ओर से होनहार व अच्छे परसेंट के साथ टॉपर रहे विद्यार्थियों का सत्कार मनपा मुख्यालय स्थित पंजाबराव देशमुख सभागृह में किया गया. महापौर नंदा जिचकार के हाथों सभी विद्यार्थियों का सत्कार किया गया. इस दौरान मनपा के विरोधी पक्ष नेता तानाजी वनवे, शिक्षा सभापति दिलीप दिवे और अन्य मनपा पदाधिकारी मौजूद थे.

क्यों रहा मनपा की स्कूलों का परिणाम कम
इस वर्ष मनपा की स्कूलों का रिजल्ट 67.37 प्रतिशत रहा. जो अन्य स्कूलों की तुलना में काफी कम है. इसके कई कारण बताए जा रहे हैं. दरअसल मनपा का शिक्षणाधिकारी पद हमेशा से ही विवादों में घिरा रहा है. अभी हाल ही में शिक्षणाधिकारी को हटाया गया है. इसके साथ ही मनपा स्कूलों के शिक्षक स्कूलों में कम नेतागिरी और विवादों में ज्यादा सक्रिय दिखाई पड़ते हैं. इसके लिए शिक्षा समिति सभापति की निष्क्रियता को भी नकारा नहीं जा सकता. तो वहीं जो शिक्षक वाकई में मनपा स्कूलों में अच्छा पढ़ाते हैं, उन्हें हमेशा कोई न कोई अतिरिक्त कार्य देकर उलझाए रखा जाता है. ऐसे में मनपा स्कूलों में इतने प्रतिशत आना लाजमी है. मनपा स्कूलों की शिक्षा प्रणाली को लेकर उम्मीद की जा रही है कि नए मनपा आयुक्त इन समस्याओं का जल्द हल खोज निकालेंगे.