नागपुर: एक छोटी-सी साझा सोच भी एक मिशन बन सकती है – यही ध्येयवाक्य है दो साहसी युवा इंज़ीनियरों का। एक विख्यात आईटी कंपनी में बढ़िया नौकरी को त्यागकर एक मिशन पर ही तो निकले हैं ये युवक। विक्रम मूर्थी और हारून फैज़ल, ये नाम हैं इन दोनों साहसी युवकों के जो अपनी साइकिल यात्रा पर निकले हैं कन्याकुमारी से लेह तक के 3600 किमी से अधिक के सफर पर। मिशन है पर्यावरण-संबंधी विभिन्न विषयों पर जन-सामान्य के बीच जागरूकता फैलाना, जिसमें सबसे महत्वपूर्ण है पर्यावरण मेंविभिन्न प्रकार के प्रदूषण के कारण और उनसे बचाव के उपाय। अन्य विषय जैसे वातावरण में बदलाव, पानी का संरक्षण और ईको-फ्रेंडली वस्तुओं का उपयोग आदि भी उनके इन संदेशों में शामिल हैं। इसी यात्रा के दौरान इनका नागपुर आगमन हुआ और इस मिशन को कामयाब बनाने और इन युवकों को इस यात्रा में प्रोत्साहितकरने के उद्देश्य से वितरण फ़्रेंचाईज़ी एसएनडी लिमिटेड ने इनका पूर्ण व्यय वहन करना स्वीकार किया।
इस विषय पर और अधिक जानकारी देते हुए कंपनी द्वारा जारी प्रेस विज्ञप्ति में बताया गया कि आज पर्यावरण-संबंधी प्रदूषण एक गहन चिंता का विषय है। गैर-बायोडीग्रेडेबलपदार्थ (non-biodegradable substances) जैसे प्लास्टिक इसमें परिस्थिति को और भी चिंताजनक बना देते हैं। इसके अलावा, कचरे में फेंकी जाने वाली प्लास्टिक की थैलियाँ खाकर विचरण करने वाले जानवरों के प्राणों को खतरा निर्माण हो गया है। प्लास्टिक की वस्तुओं के उत्पादन के दौरान वायु एवं पानी का प्रदूषण होता है । केंद्र सरकार की एक प्रशंसनीय पहल ‘स्वच्छ भारत अभियान’ से प्रेरित होकर एसएनडीएल ने युवाओं द्वारा चलाए जा रहे इस नूतन अभियान को अपना समर्थन प्रदान किया है तथा आगे भी ऐसे अभियानों को अपना समर्थन देने हेतु तत्पर रहेगा।