रामटेक (नागपुर)। मोरभवन बस स्थानक से रामटेक के लिए दिनभर से करीब 40 से अधिक बस है. दोपहर दो बजे से श्यामतक एक भी बस नहीं होने से यात्रियों को भीड़ में बैठना पड़ रहा है. इसमें रोज अप-डाउन करने वाले अनेक छात्राओं का भी समावेश है. श्याम 7.30 तक बच्चे घर नहीं पहुंचने से अभिभावक चिंतित रहते है. बस स्थानक पर पूछताछ करने पर यहाँ से भी कोई जानकारी नही मिली. तथा डेपो प्रमुख विजय कुड़े का मोबाइल कक्षा के बहार बता रहा था. अनेक अभिभावकों ने अपनी लड़कियों को कन्हान तक बुलाकर खुद के वाहन से कन्हान की ओर जाना पड़ा.
प्राप्त जानकारी के अनुसार नागपुर मध्यवर्ती और महत्वपूर्ण क्षेत्र बर्डी परिसर में मोरभवन बस स्थानक है. यहां से नागपुर की सिटी बस सेवा बंद होने से ग्रामीण क्षेत्र की बसेस मोरभवन के पीछे चलायी जाती है. जिससे बर्डी परिसर के अनेक स्कूल कॉलेज और कार्यालय के यात्रियों सहित व्यापारिवर्ग के लिए प्रवास करना उपयुक्त होता है. लेकिन राज्य परिवहन के प्रवासियों की जरूरतों की ओर ध्यान नहीं है.
सोमवार 8 दिसंबर को हमेशा की तरह स्कूल कॉलेज ख़त्म कर रामटेक को वापस जाने के लिए अनेक छात्र-छात्राएं और यात्री मोरभवन स्थानक पर पहुंचे. लेकिन 3.30 बजे तक बस नही आई. रामटेक से जानेवाली मलाजखड़ बस स्थानक पर बस आई लेकिन एक भी यात्री ना लेते हुए चली गयी. रात 7.15 बजे तक एक भी बस नहीं आने से छात्र-छात्राएं चिंता में पड गए. उन्होंने मोबाइल से घर में जानकारी दी जिससे अभिभावक चिंतित हो गए. अभिभावकों ने डेपो प्रमुख का नंबर लेकर संपर्क करने पर उन्होंने कहां कि, ‘मुझे जानकर हैरानी हो रही है, मोरभवन से रामटेक के लिए बहुत सारी बसेस है, मै जानकारी लेकर आपको सुचित करता हूं’. लेकिन उसके बाद डेपो प्रमुख का नंबर कक्षा के बाहर बता रहा था. मोरभवन से बस ना मिलने से छात्रों ने कन्हान सिटी बस पकड़कर कन्हान पहुंचे और अभिभावकों को कन्हान आने के लिए कहाँ.
जानकारी मिलते ही पत्रकार संघ की ओर से जिला नियंत्रक घाटोले से पुछा गया तो उन्होंने अधिवेशन शुरू होने से बर्डी के पीछे बसेस ले जाने के लिए तकलीफ हो रही है ऐसा कारण बताया. लेकिन इसकी पूर्व सुचना अथवा समयपर मोरभवन स्थानक पर प्रवासियों को क्यों नही दी गयी? ऐसा पुछने पर उनके पास जवाब नही था. रामटेक बस स्थानक का कार्य यात्रियों को परिचित है. इस परेशानी का सामना करना पड़ता है. लेकिन डेपो प्रमुख और उनके कर्मचारी प्रवासियों की समस्या पर कोई हमदर्दी नहीं दिखा रहे.
