नागपुर: मनपा की बस सेवा में पुराने आपरेटर के तहत काम करने वाले करीब 450 कर्मचारियों को दुबारा सेवा में शामिल करने का आश्वासन दिया गया है़. बुधवार को मनपा के केंद्रीय कार्यालय में परिवहन व्यवस्थापक जगताप की अध्यक्षता में एक बैठक का आयोजन किया गया था़. सेवा में शामिल करने की मांग को लेकर सभी पूर्व कर्मचारी दिन भर मनपा में डटे हुए थे़.
महाराष्ट्र जनरल कामगार यूनियन और पूर्व स्टार कर्मियों के बीच हुई बैठक में यह निर्णय लिया गया़ इस निर्णय से अचानक बेरोजगार हुए कामगारों ने राहत की सांस ली है़. कामगार नेता वसंतराव खड़से ने बताया कि वंश निमय के तहत 1226 ड्राइवर और कंडक्टर कार्यरत थे़. मनपा में आए नए आपरेटरों ने इनमें से केवल 400 लोगों को दुबारा काम पर रखा था, 450 लोग अभी भी वेटिंग पर ही थे़. यूनियन की ओर से पिछले कई दिनो से बचे हुए कामगारों को भी काम पर लेने की मांग की जा रही थी़.
नई व्यवस्था के तहत कर्मचारियों से भर्ती पूर्व 7 हजार रुपए लिए गए़ इसके एवज में 4 हजार रुपयों का एक ड्रेस दिया गया है, बचे हुए 3 हजार रुपयों का कोई हिसाब नहीं है़ पुरानी सेवा के दौरान 13,000 रुपये वेतन के रूप में दिए जाते थे, जबकि नई व्यवस्था में केवल 9 हजार रुपये ही वेतन दिया जा रहा है़.
पूर्व कर्मचारियों ने नए आपरेटर पर कर्मचारियों से 16 घंटे काम लेने का भी आरोप लगाया जबकि पुराने कार्यकाल में 8-8 घंटे की 2 शिफ्ट में काम लिया जाता था़. बैठक में वेतन के बारे में भी चर्चा हुई़ परिवहन समिति की ओर से 13,000 रुपये वेतन देने का भी आश्वासन दिया गया है़.
पुराने कर्मचारियों को 23 से 28 मार्च के बीच बायोडाटा देने के लिए कहा गया है़. पुरानी व्यवस्था के तहत शहर में कुल 260 बसें चला करती थीं, वर्तमान में 110 ही बसें चल रही हैं. इस वजह से रोजना अपडाऊन करने वाले कर्मचारियों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है़ बैठक में यूनियन की ओर से संतोष कान्हेकर, रंगलाल तिवारी, अंबादास शेंडे उपस्थित थे़.