Published On : Wed, Aug 22nd, 2018

इस बड़े काम के लिए सोनिया गांधी ने नितिन गडकरी को दिल से कहा ‘शुक्रिया’

Advertisement

सरकार बदलने के साथ ही कई संसदीय क्षेत्रों की स्थिति में भी बदलाव हो जाता है। ऐसा ही कांग्रेस से जुड़े दो महत्वपूर्ण संसदीय क्षेत्रों- अमेठी और रायबरेली के साथ भी हुआ है। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी + और यूपीए की प्रमुख सोनिया गांधी की प्रतिनिधित्व वाले इन दोनों संसदीय क्षेत्रों में मोदी सरकार के आने के बाद से प्रॉजेक्ट्स की रफ्तार धीमी पड़ गई थी और कुछ प्रॉजेक्ट्स को शिफ्ट कर दिया गया था।

इसमें एक अपवाद भी है और इसे सोनिया गांधी + ने खुद स्वीकार किया है। रायबरेली से सांसद सोनिया अभी तक अपने संसदीय क्षेत्र में प्रॉजेक्ट्स को आगे बढ़ाने के लिए विभिन्न मंत्रालयों को पत्र लिखती थीं, लेकिन कुछ दिन पहले उन्होंने अपने एक निवेदन पर सकारात्मक प्रतिक्रिया के लिए मोदी सरकार के एक केंद्रीय मंत्री को धन्यवाद का पत्र भेजा है।

सोनिया ने 10 अगस्त को रोड ट्रांसपॉर्ट, हाइवेज एंड शिपिंग मिनिस्टर नितिन गडकरी + को अपने संसदीय क्षेत्र से जुड़े मुद्दों पर ‘सकारात्मक कदम’ उठाने के लिए धन्यवाद दिया। सोनिया ने फैजाबाद जिले में नैशनल हाइवे 330A को चार लेन का करने की सरकार की योजना को लेकर मार्च में गडकरी को एक पत्र लिखा था। सोनिया ने गडकरी से अपने संसदीय क्षेत्र में आने वाले इस नैशनल हाइवे के लगभग 47 किलोमीटर के हिस्से को भी चौड़ा करने की योजना में शामिल करने का निवेदन किया था। इससे अयोध्या-फैजाबाद की यात्रा करने वालों को सुविधा होगी। सोनिया ने गडकरी से रायबरेली में नैशनल हाइवे 232, 232A और 330A को चार लेन का बनाने पर विचार करने का निवेदन किया था।

गडकरी ने 20 जुलाई को सोनिया को पत्र के जरिए बताया कि उन्होंने इस निवेदन पर विचार किया है और रायबरेली में आने वाले क्षेत्रों को चार लेन का करने के लिए कदम उठाया जाएगा। इसके बाद सोनिया ने गडकरी को धन्यवाद का पत्र लिखा और उम्मीद जताई कि वह इस क्षेत्र में हाइवे को चार लेन का बनाने के काम में तेजी लाएंगे।

सोनिया के कार्यालय से जुड़े लोगों का कहना है कि आमतौर पर सरकार से इस तरह की प्रतिक्रिया नहीं मिलती। रायबरेली में एम्स के लिए सोनिया की ओर से हेल्थ मिनिस्टर जे पी नड्डा को लिखे पत्रों पर कोई खास प्रतिक्रिया नहीं मिली थी। सोनिया ने हाल ही में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र लिखकर अपने संसदीय क्षेत्र में बाढ़ से प्रभावित क्षेत्रों की ओर उनका ध्यान आकर्षित किया था।

कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के संसदीय क्षेत्र अमेठी में प्रॉजेक्ट्स की स्थिति खराब है। अमेठी के लिए प्रस्तावित एक NATRIP सेंटर और हिंदुस्तान पेपर मिल्स की यूनिट को महाराष्ट्र में शिफ्ट कर दिया गया है। इसके अलावा जगदीशपुर में एक मेगा फूडपार्क बनाने की योजना भी रद्द हो गई है।