Published On : Fri, Sep 14th, 2018

स्मार्ट पुलिस: चलती गाड़ी में नकद वसूल रही पेट्रोलिंग पुलिस

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नागपुर: समझा जा रहा था कि नए पुलिस आयुक्त के शहर की कमान संभालने के बाद शहर में अपराध और पुलिस विभाग में भ्रस्टाचार में कमी आएगी, लेकिन उम्मीद पर सारे पैमाने खरे नहीं उतर रहे हैं. उसके उलटे रोजाना नई-नई घटनाएं प्रकाश में आने लगी हैं. आज की बात लीजिए मोमिनपुरा के युवक से चलती गाड़ी में पेट्रोलिंग पुलिस वैन चला रहे ड्राइवर को १००-१०० के नोट की गड्डी लेते दिखाई दिया. यह कारनामा नए पुलिस आयुक्त की विभाग के भीतर ढीली पकड़ की बानगी दे जाता है.

सुबह साढ़े ९ बजे के आसपास मोमिनपुरा के मार्ग से गार्ड लाइन की ओर एक पुलिस पेट्रोलिंग वैन धीमी गति से सरक रही थी. यह पेट्रोलिंग करते हुए सीए रोड की तरफ जा रही थी. इसी बीच मरून रंग की दो पहिया पर बिना हेलमेटवाला एक वाहनचालक युवक उस पेट्रोलिंग वैन के साथ साथ चलने लगा. और कुछ दूर बढ़ने के बाद हाथ से १००-१०० के कुछ नोट का बंडल पेट्रोलिंग वैन के ड्राइवर के हाथ में थमाकर युवक रफ़ूचक्कर हो गया. इसके बाद पेट्रोलिंग वैन तकरीबन १०० मीटर आगे आने के बाद वापिस लौट आई.

इस घटनाक्रम के बाद आसपास के नागरिकों ने उक्त मामले से जुड़ी जानकारियां पूछने पर बताया गया कि मोमिनपुरा में लगभग हर प्रकार के अवैध धंधे होते हैं. इनसे नियमित वसूली ठहरी हुई है. जिसकी वसूली गार्ड लाइन मार्ग पर की जाती है.

उल्लेखनीय यह है कि एक तरफ धार्मिक सद्भावना बढ़ाने के लिए पुलिस आयुक्त पहले ही दिन से सक्रिय हैं तो दूसरी ओर उनके प्रयासों को मलीन करने के लिए पुलिसकर्मी कोई कसर नहीं छोड़ रहे. अर्थात सिर्फ जनता को कानून के दायरे में रहने की सीख देने से सद्भावना नहीं बढेंगी, तब तक, जब तक भ्रष्ट पुलिस कर्मियों के करतूतों पर नकेल नहीं कसी जाती.

कैमरे के विपरित दिशा में नगदी वसूली

कोराडी नाका पर एक ही कैमरा स्मार्ट सिटी अंतर्गत लगाया गया है. वह भी नागपुर से नाके की ओर जाते वक़्त, वहीं बायीं ओर कोने पर तो दूसरी ओर नाकाबंदी कर रही पुलिस कैमरे की नज़र से दूर दूसरी ओर बिना हेल्मेटधारी को पकड़ रही है. उनसे अन्य कागजातों को नहीं जाँचा जा रहा. सिर्फ हेलमेट नहीं पहनने पर रोज तय चालन बनाए जा रहे हैं. शेष बिना हेल्मेटधारियों से १००,२००,३०० तक वसूली कर छोड़ा जा रहा है.

इस मामले की जानकारी विगत सप्ताह नागपुर टुडे के प्रतिनिधि ने पुलिस आयुक्त को दी. बावजूद इसके कोई सुधार नहीं हुआ. उलटे और ज्यादा सक्रीय हो गए हैं. नागरिकों की मांग है कि जाँच रोजाना हो लेकिन वर्तमान पुलिस कर्मियों को नाकाबंदी से हटाया जाए या फिर उन पर कार्रवाई की जाए. साथ ही इस महत्वपूर्ण चौराहे पर चारों दिशाओं में नजर रखने के लिए तुरंत सीसीटीवी कैमरे स्थापित करने की जरूरत है.