नागपुर: राष्ट्रसंत तुकड़ोजी महाराज विश्वविद्यालय नागपुर द्वारा आयोजित कार्यक्रम रद्द किये जाने के बावजूद वरिष्ठ वामपंथी नेता सीताराम येचुरी नागपुर में होंगे। विश्विद्यालय द्वारा 18 -19 मार्च को दीक्षांत सभागृह में आयोजित परिसंवाद के लिए तय विषय पर ही अब येचुरी डॉ बाबासाहेब आंबेडकर महाविद्यालय, दीक्षा भूमि में व्याख्यान देंगे। पहले से तय कार्यक्रम को नागपुर विश्विद्यालय द्वारा अचानक रद्द किया जाना अचंभित करता है। ऐन वक्त पर घटे इस घटनाक्रम पर विश्विद्यालय द्वारा किसी तरह की ठोस सफ़ाई भी नहीं दी गयी है। बस इतना कहा गया है कि आतंरिक कारणों की वजह से यह फैसला लिया गया जिसकी जानकारी येचुरी को भी दी जा चुकी है।
इस कार्यक्रम का निमंत्रण पत्र तक बंट चुके थे। ऐसे में ऐन वक्त क्या मज़बूरी विश्वविद्यालय के सामने आयी यह समझ से परे है। कार्यक्रम रद्द होने की ख़बर पाकर आंबेडकर के विचार से जुड़े नेताओ और विचारकों ने कुलगुरु डॉ सिद्धार्थ विनायक काणे से मुलाकात कर कार्यक्रम रद्द न करने की अपील की थी लेकिन उसका भी कुछ असर नहीं हुआ।
गौरतलब हो की विश्वविद्यालय में विभिन्न विषयों पर परिसंवाद और व्याख्यान का आयोजन हमेशा होता रहता है। पर उसे रद्द करने की नौबत शायद ही आये। आंबेडकरी विचार से जुड़े लोगों के मुताबिक़ संघ के दबाव की वजह से कार्यक्रम रद्द किया गया। येचुरी वामपंथी नेता है और संघ की सीधे वैचारिक लड़ाई वामपंथी विचारधारा से कोई छुपी बात नहीं है। केरल में हो रहे ताजा घटनाक्रम के विरोध में संघ तीव्र आंदोलन भी कर रहा है। कुलगुरु ने सफ़ाई दी है कि कार्यक्रम को रद्द करने का फ़ैसला आतंरिक कारणों से लिया गया है जिसका संघ से कोई लेना देना नहीं है।
बहरहाल कार्यक्रम रद्द हो जाने के बाद अब आंबेडकर कॉलेज ने पहल की है। तय विषय यानी ‘लोकतंत्र – उपाय और चुनौती’ विषय पर येचुरी अपनी बात रखेगें। विषय वही है बस जगह बदली है।