Published On : Thu, Nov 19th, 2020

Lockdown के बाद से शहर में बंद पड़ी है श्वानों की नसबंदी मुहीम

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नागपुर– नागपुर शहर में लावारिस श्वानो (Street Dogs) की संख्या में लगातार बढ़ोत्तरी हो रही थी. इसके लिए नागपुर महानगर पालिका (Nmc) ने नसबंदी मुहीम (Sterilization Campaign) शुरू किया था. लेकिन अब कोविड संक्रमण ( Covid-19) के कारण मार्च (March) महीने से यह मुहीम बंद पड़ी है. जिसके कारण अब शहर में आवारा श्वानों (Street Dogs) की संख्या में इजाफा देखने को मिल रहा है और आनेवाले दिनों में इनमे और बढ़ोत्तरी हो सकती है.

जानकारी के अनुसार पिछले वर्ष 2019 के नवंबर ( November) में कुल मिलाकर 4 हजार श्वानो की नसबंदी (Dogs Sterilization) की गई थी. जबकि नागपुर शहर में श्वानों की संख्या करीब करीब 1 लाख से ज्यादा है. इसके लिए कुछ वर्ष पहले एनजीओ (Ngo) को भी नियुक्त किया गया था. लेकिन बाद में कुछ नसबंदी करने के बाद इसको बंद किया गया.

इसके बाद नागपुर महानगर पालिका ( Nmc ) की ओर से ही नसबंदी ( Sterilization ) की मुहीम शुरू की गई थी. उम्मीद की जा रही थी की कुछ ही वर्षो में इस मुहीम को सफलता मिलेगी और शहर में आवारा श्वानों ( Street Dogs ) की संख्या में कमी आएगी. लेकिन कोविड-19( Covid-19) में लॉकडाउन (Lockdown) के बाद से यह मुहीम बंद है. जिसके कारण अब इसको फिर शुरू करने में और समय लगा सकता है.

शहर के कई एनजीओ (Ngo) और श्वान प्रेमियों (Dog Lovers) द्वारा ही श्वानों की नसबंदी की मांग मनपा से की जा रही थी. क्योंकि छोटे छोटे श्वानों के बच्चे सड़कों पर वाहनों के कारण और अन्य बीमारियों से मरते है. इसके बाद इस मुहीम को शुरू किया गया था. लेकिन इसके बंद होने से फिर एक बार श्वानों की समस्या बढ़ गई है.

इस बारे में मनपा ( Nmc ) के पशु चिकित्सा अधिकारी ( Veterinary Officer ) डॉ. गजेंद्र महल्ले (Dr. Gajendra Mahale ) ने बताया की कोरोना के कारण मार्च महीने से नसबंदी की मुहीम बंद की गई है. कोरोना का संक्रमण थोड़ा कम होगा तो नसबंदी प्रक्रिया फिर से शुरू की जाएगी.