अमरावती/नागपुर: गुरुवार को मराठा समाज ने अमरावती में शक्ति प्रदर्शन किया। अकोला की ही तरह इस प्रदर्शन में लाखों लोगो के होने का दावा किया गया है। कोपारडी घटना के विरोध में राज्य भर में लाखो की संख्या में मराठा समाज के लोग घरो से बहार निकलकर राज्य भर में प्रदर्शन कर रहे है। अमरावती में मराठा क्रांति मूक प्रदर्शन में भी राज्य भर से लाखो लोग एकत्रित हुए और जिलाधिकारी कार्यालय पर मोर्चा निकालकर जिलाधिकारी को अपनी मांगो का निवेदन सौंपा।
प्रदर्शन की भव्यता को देखते हुए प्रशासन ने स्कूल कॉलेज को बंद रखने का फैसला किया था साथ ही यातायात के कई रूट्स को डाइवर्ट किया गया था। दोपहर 12 बजे नेहरू चौक से शुरू हुआ यह मोर्चा करीब दो बजे समाप्त हुआ। मोर्चे की शुरुवात में सबसे पहले कोपरडी घटना में शिकार हुई बालिका को श्रद्धांजलि दी गई।
राज्य में एट्रोसिटी कानून को रद्द करने की माँग के साथ शुरू हुआ यह आंदोलन धीरे-धीरे सामाजिक और राजनितिक रुख अख्तियार करते जा रहा है। मराठा समाज को आरक्षण की माँग और किसानों के लिए सरकारी मदत की माँग अब शामिल हो चुकी है। यह प्रदर्शन भले ही मूक हो पर इसका मकसद सरकार को समाज की शक्ति का प्रदर्शन कराना और आरक्षण पर जल्द फैसला लेने के लिए मजबूर करने के लिए दबाव बनाना है। समाज के इन प्रदर्शनों के माध्यम से सामाजिक मुद्दों को भी उठाया जा रहा है। खास किस्म के इस प्रदर्शन में महिलाएं और उच्च शिक्षित वर्ग की भी बड़ी भूमिका है। आज का प्रदर्शन निवेदन सौपने के बाद राष्ट्रगीत से समाप्त हुआ।