Published On : Sat, Jan 12th, 2019

श्री राम कथा में मनाया गया श्रीराम जन्म, मंगल गीत व बधाई पर झूमे श्रद्धालु

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नागपुर: अखिल भारतीय हिंदी भाषीय बहुउद्देशीय संस्था प्रणीत हिन्दी भाषी सेना के तत्वावधान में श्री राम कथा का आयोजन मानकापुर के प्राचीन शिव मंदिर में जारी है. श्री राम कथा का सरस संगीतमय रसपान वाराणसी निवासी पं.आशीष मिश्र श्रद्धालुओं को करा रहे हैं. श्री राम कथा 14 जनवरी तक जारी रहेगी.

कथावक्ता पं. मिश्र ने कथा के चैथे दिवस कहा कि श्री राम का नाम अविनाशी और व्यापक रूप में सर्वत्र परिपूर्ण है. सत्य है, चेतन है और आनंद राशि है. उस आनंद, उस प्रभु से सृष्टि की कोई जगह रिक्त नहीं है, कोई समय खाली नहीं है. ऐसे परिपूर्ण, ऐसे अविनाशी निर्गुण हैं श्री राम. वस्तुएं बदल जाती है, देश बदल जाता है, लेकिन यह सत्य तत्व ज्यों का त्यों ही रहता है इसका विनाश कभी नहीं होता. जीभ वागेन्द्रिय है उससे राम- राम जपने से उसमें अलौकिकता आ जाती है.

कथावक्ता पं. मिश्र ने श्री राम जन्म की कथा का वर्णन करते हुए कहा कि चैत्र मास की शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि को पुनर्वसु नक्षत्र में सूर्य, मंगल, शनि, बृहस्पति तथा शुक्र अपने अपने उच्च स्थानों में विराजमान थे. कर्क लग्न का उदय होते ही महाराज दशरथ की बड़ी रानी माता कौशल्या के गर्भ से एक शिशु का जन्म हुआ जो नील वर्ण, चुंबकीय आकर्षण वाले, अत्यंत तेजोमय, परम कांतिवान तथा अत्यंत ही सुंदर था. उस प्यारे से शिशु को देखने वाले देखते ही रह जाते. पश्चात महारानी कैकेयी ने एक व रानी सुमित्रा ने दो तेजस्वी पुत्रों को जन्म दिया. श्री राम जन्म पर संपूर्ण राज्य में आनंद मनाया जाने लगा. महाराज के चार पुत्रों के जन्म के उल्लास में गंधर्व गान करने लगे व अप्सराएं नृत्य करने लगीं.

देवता अपने विमानों पर बैठ पुष्प वर्षा करने लगे. महाराज ने द्वार पर आए याचक, आशीर्वाद देने आए ब्राम्हणों को दान दक्षिणा दी. चारों पुत्रों के नामकरण संस्कार महर्षि वशिष्ठ ने किए. उन्होंने प्रथम पुत्र का नाम रामचंद्र, भरत, लक्ष्मण व शत्रुघ्न रखे. सभी ओर उल्लास छा गया. इस अवसर पर श्री राम जन्म की झांकी प्रस्तुत की गई. महिला मंडल ने मंगल गीत व बधाई गीत गाकर श्रद्धालुओं को झूमने पर मजबूर कर दिया. कथा का समय दो. 2.30 से 6.30 रखा गया है.

आज व्यासपीठ का पूजन राष्ट्रीय अध्यक्ष मनोज कुमार सिंह, डा. अतुल विद्यार्थी, रमेश सिंह, कृपाशंकर तिवारी, नितिश सिंह, बृजेश मिश्रा, सुनील जोशी, राजेंद्र तिवारी, राकेश सिंह, श्रीनिवास सिंह, राधा भूरा, अनिता मोहबे, वैशाली तलवेकर, प्रियंका जिचकार, रंजना येरणकर, मंजरी बेंडे, निर्मला बाराई, मीना, रेखा सरोदे, शालू मौर्य, निर्मला साहू, सरिता, नूतन पनेंद्र, रेणु शर्मा, सुरेखा शर्मा सहित बड़ी संख्या में समाज के वरिष्ठ नागरिक ने किया.