महाराष्ट्र में पालघर लोकसभा सीट पर शिवसेना ने भाजपा को कड़ी चुनौती दे दी है। शिवसेना ने भाजपा के दिवंगत सांसद चिंतामन वनगा के बेटे को प्रत्याशी बनाकर भाजपा को उसके ही गढ़ में परास्त करने की व्यूहरचना की है। वहीं, भाजपा ने कांग्रेस नेता व पूर्व राज्यमंत्री राजेंद्र गावित को पार्टी में शामिल कर उम्मीदवार घोषित कर दिया है। इससे केंद्र और राज्य की सत्ता में साझेदार शिवसेना का भाजपा से गठबंधन न करने के एलान पर मुहर लग गई है।
मुंबई से सटे पालघर के भाजपा सांसद चिंतामन वनगा के निधन से इस सीट पर उपचुनाव हो रहा है। चिंतामन वनगा की 30 जनवरी को दिल्ली के राम मनोहर लोहिया अस्पताल में निधन हो गया था।
दिवंगत वनगा के बेटे श्रीनिवास वनगा इस सीट से भाजपा की उम्मीदवारी चाहते थे। पिछले सप्ताह श्रीनिवास अपनी मां के साथ शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे के घर मातोश्री जाकर शिवसेना में शामिल हुए थे और मंगलवार को अपना नामांकन भी दाखिल कर दिया।
श्रीनिवास ने आरोप लगाया है कि उनके पिता के निधन के बाद पार्टी ने उन्हें उनके हाल पर छोड़ दिया। मुख्यमंत्री और प्रदेशाध्यक्ष से मिलने की कोशिश की लेकिन, समय नहीं मिला। आखिर में निराश होकर शिवसेना में शामिल होना पड़ा।
वहीं, मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने श्रीनिवास वनगा के आरोप को सिरे से खारिज करते हुए कहा कि पार्टी श्रीनिवास वनगा को ही उम्मीदवार घोषित करना चाहती थी लेकिन, अचानक उनके शिवसेना में शामिल होने की खबर मिली। इसके बाद हालांकि भाजपा के लोग वनगा परिवार को पुन: भाजपा में लाने के लिए सक्रिय हुए। लेकिन, सफलता नहीं मिली।