Published On : Thu, Dec 25th, 2014

चांदुर बाजार : पार्षद गोपाल तितरमारे का शोले आंदोलन

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  • जल-मिटर में हुए घोटाले की हो जांच
  • आंदोलन पूर्व संबंधित अधिकारियों सह विधायक कडु को सौंपा ज्ञापन

Shole Movement of Gopal Titarmare
चांदुर बाजार (अमरावती)। स्थानीय नगर पालिका के जल ग्राहकों को 24 घंटे पानी मिलने के उद्देश से 13 वे वित्त आयोग के 56 लाख रूपये खर्च कर जल ग्राहकों के घर मीटर लगवाने की योजना प्रारंभ की थी. जिसमे विभिन्न सामग्री के दर सह मीटर लगवाने का कार्य पुणे की एक कंपनी द्वारा लिया गया था. इस कार्य का दर्जा निकृष्ट था. साहित्य अपुरा होने के बावजूद भी कॉन्ट्रेक्टर द्वारा पहले चरण का पुरा बिल नप प्रशासन ने दे दिया.

इस बिल तथा कार्य पर आरोप लगाते हुए इस कार्य की शिकायत जिलाधिकारी से की गयी थी. जिसके चलते इस कार्य की जाँच के आदेश उपविभागीय अधिकारी को दिया. ग्यारह माह बित जाने पर भी जाँच नही की गयी. इसके चलते इस मामले को पुनः जिले में आये नए जिलाधिकारी किरण गीते से मुलाकात कर ज्ञापन सौप कर आंदोलन की चेतावनी पार्षद ने दी थी.

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इसी चेतावनी के मद्दे नजर 22 दिसंबर को पार्षद गोपाल तितरमारे अपने ज्ञापन में सौपे ग्यारह मुद्दो को लेकर जलकुंभ पर अपने सहयोगियों के साथ चढ़ बैठे है. इस घटना की जानकारी नप गट नेता रेहमान नगराध्यक्ष शुभांगी देशमुख, उपाध्यक्ष मुज्जफर हुसेन, पार्षद ऋषि श्रीवास, मनीषा नागलिया, सह थानेदार डी.वी. तडवी, नायब तहसीलदार हरीश चन्द्र राठोड, तहसीलदार, डॉ. शरद जावड़े, मुख्याधिकारी विजय देशमुख ने पार्षद सहित आंदोलन कर्ताओं को समझाने का प्रयास किया तथा आंदोलन पीछे लेने के लिए कहां.

राज्य के उद्योग मंत्री के मध्यस्थ से आंदोलन हुआ समाप्त
जहां यह मामले की गंभीरता देख राज्य के उद्योग मंत्री प्रवीण पोटे ने पार्षद गोपाल तितरमारे तथा आंदोलन कर्ताओं से तथा जिलाधिकारी से भी बात की जिससे चलते राज्य के उद्योग मंत्री तथा जिलाधिकारी के आश्वासन के पश्चात आंदोलन पीछे लिया गया. अगर आंदोलन पीछे नही लिया होता तो बड़ा हादसा हो सकता था.

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