अंजनगांव सुर्जी (अमरावती)। महाराष्ट्र जीवन प्राधिकरण की त्रुटीपूर्ण जलापूर्ति योजना के चलते बोरालावासियों को भारी जल की किल्लत का सामना करना पड़ रहा है. चार दिन बाद नलों में पानी आता है, वह भी कम दाब और कम समय के लिये. ऐसे में परेशानहाल नागरिकों ने सोमवार को आरपीआय के तहसील अध्यक्ष तेजस अभ्यंकर के नेतृत्व में पानी की टंकी पर चढक़र शोले आंदोलन किया. इस समय पुलिस प्रशासन ने घटनास्थल पर पहुंचकर आंदोलन पर निगरानी रखी.
मजीप्रा के उपअभियंता नागेकर ने 31 मार्च तक जलापूर्ति व्यवस्थित करने का आश्वासन दिया. तब जाकर यह आंदोलन समाप्त हुआ.मजीप्रा की शाहनुर जलापूर्ति योजना से 89 गांवों में वृध्दिगत जलापूर्ति योजना के अंतर्गत बोराला का समावेश किया गया है. गत् चार वर्षों से इसी योजना के तहत गांववासियों को जलापूर्ति की जा रही है. परंतु मजीप्रा व्दारा डाली गयी पाइप लाइन गुरुत्वाकर्षण पध्दति के विपरित होने के कारण पर्याप्त रुप से पानी गांव तक नहीं पहुंचता. जो पहुंचता भी है तो बहुत कम. जिस कारण गांववासियों को भारी जल किल्लत से गुजरना पड़ रहा है.गांववासियों की चिंता इस बात को लेकर भी है कि ठंड और बारिश के दिनों में यह हाल है तो आने वाले ग्रीष्मकाल में यह समस्या और भी गंभीर रुप ले सकती है. ऐसे में मजिप्रा तुरंत इस पाइप लाइन को ठिक करवाये, ऐसी मांग इन आंदोलनकारियों ने की. आंदोलनकारियों का कहना है कि मजीप्रा से कई बार इस बारे में शिकायत करने के बावजूद अधिकारी ध्यान नहीं दे रहे है. इतना ही नहीं तो गांव के महिला और बच्चों को पानी की तलाश में दूर-दूर जाना पड़ता है. टंकी पर चढक़र आंदोलन करने वालों में प्रेमदास तायडे, रवि उसरे, कुलदीप कुकडे, दीपक शेजे, अविनाश शिरोले, सतीश शिरोले, तात्या तायडे का समावेश रहा. इस समय पुलिस उपनिरीक्षक गजानन पडघन अपने कर्मचारियों के साथ वहां पहुंचे. सरपंच हिरोना जनार्दन तायडे भी वहां पर उपस्थित थे.
उल्लेखनीय है कि रविवार को भी गांव वासियों व्दारा फोन पर सूचना दिये जाने के चलते विधायक रमेश बुंदेले ने आनन-फानन में अधिकारियों की मीटिंग लेकर इस समस्या पर चर्चा करते हुए नई पाइप लाइन योजना पर अमल करने का निर्णय लिया था. बावजूद इसके सोमवार को गांववासियों व्दारा इस तरह का आंदोलन किये जाने से प्रशासन सकते में है. विधायक बुंदेले ने रविवार को अधिकारियों की बैठक बुलाकर तुरंत गांव में नई पाइप लाइन डालने के आदेश दिए, ताकि भविष्य में फिर कभी इस गांव में जल किल्लत की समस्या दिखाई न दे. इस पर तुरंत काम शुरु करने की सूचना भी उन्होंने दी.इसके लिए 108 लाख करोड़ का प्रस्ताव सरकार को भेजा गया है. इसमें पांढरी से बोराला 200 मिमी से 150 मिमी. व्यास की व 7100 मी. लंबी पाइप लाइन डाली जाएगी. इस नई पाइप लाइन से गांव की जलकिल्लत दूर होगी. बैठक में मजीप्रा के कार्यकारी अभियंता पीडी. भामरे, जलव्यवस्थापन के अशोक चेतवाणी, उपविभागीय अभियंता नागरेकर आदि उपस्थित थे.