Published On : Wed, Jun 24th, 2020

शेलके,चौधरी व कुमेरिया का आयुक्त को समर्थन व शेष का विरोध

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मनपायुक्त के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पर लगातार दूसरे दिन चर्चा,कल गुरुवार तीसरे दिन भी सुबह 11 बजे से जारी रहेगी

नागपुर – लगातार दूसरे दिन मनपा की आमसभा में आयुक्त के अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा शुरू हुई।भाजपा नगरसेवक प्रदीप पोहाणे ने आमसभा के तीसरे दिन का कामकाज शुरुआत करते हुए कहा कि साठवणे पर दर्ज मामला हटाए। मुंढे के भांडेवाड़ी दौरे के बाद और बदबू बढ़ गई,क्या आयुक्त अपनी टीआरपी बढ़ा रहे। 9000 स्ट्रीट पोल पर बल्ब नहीं, क्या इस पर लालटेन लगाएंगे। पिछले वर्ष 5 से 10 फुट के पौधे लगाने की सर्व प्रक्रिया पूर्ण होने के बाद वृक्षारोपण का काम रोक दिया गया,क्या वजह।जब मनपायुक्त पैसे का रोना रो रहे,फिर उन्हें यहां से चले जाएं,बिना पैसे के मनपा में क्यों रुकें।शहर के गटर के ढक्कन के लिए व्यवस्था नहीं फिर स्मार्ट सिटी की चर्चा बेमानी हैं।

बसपा नगरसेविका वंदना चांदेकर ने कहा कि वर्क आर्डर रोके जाने से वर्तमान समय की मूलभूत समस्यायों का निवारण नहीं हो रहा।

भाजपा नगरसेविका दिव्या धुरडे ने कहा कि नागपुर में कोरोना का अन्य शहरों की अपेक्षा नागपुर में कम मृत्यु दर के लिए दिग्गज अधिकारी सह आम जनता का समन्वय का प्रभाव रहा। नगरसेवकों से जनता को दूर करने के लिए मुंढे ने एक एप्प तैयार किया लेकिन कोई काम का नहीं। सिर्फ सोशल मीडिया पर ऐसे छाए कि नगरसेवकों पर जनता उंगलियां उठवाई जा रही। आप क्या अन्य मनपायुक्त से अलग हैं क्या ? इन्होंने कार्यादेश और निविदा हुए काम को रोकने की वजह सार्वजनिक करें।

बसपा नगरसेवक इब्राहिम टेलर ने कहा कि नगरसेवकों के फाइल रोक दी,दुःखद हैं, जनता रोष में हैं।आयुक्त हमें जलील न करें, क्या हम नगरसेवक चोर हैं।जब मनपा के पास पैसे नहीं तो मनपा पर ताले लगा दो। आज मनपा चुनाव हो गया तो कोई चुन कर नहीं आएगा।

कांग्रेस के नगरसेवक रमेश पुणेकर ने कहा कि साठवणे पर गलत एफआईआर दर्ज किया,उसे वापिस लें।मेरे प्रभाग बांग्लादेश में बिर्यानी पार्टी के नाम झूठा प्रचार किया गया,पुलिस और मनपा प्रशासन में इस मामले में विवाद भी हुई। परिसर को बदनाम किया,आयुक्त सभागृह में सार्वजनिक माफी मांगें, इस क्षेत्र में हलवा समाज रहता हैं, क्या समाज को बदनाम करने हेतु आए। मैं इस्तीफा देता हूं,महापौर इसके बदले आयुक्त को मेरे प्रभाग में काम करने की जिम्मेदारी दें।
कांग्रेस के वरिष्ठ नगरसेवक हरीश ग्वालवंशी ने कहा कि एक समिति बने जहां नगरसेवकों पर मामला दर्ज करने के पूर्व उनकी सुनवाई हो सके।

क्या व्यावसायिक संकुलों में नए नए चिकित्सकों को अस्पताल बनाने की अनुमति देंगे क्या ? क्या सरकार ने बदले की भावना के उद्देश्य मुंढे को यहां भेजा गया।लोकतंत्र का हनन न हो,कामों का ग्रहण दूर हो,किसी का नाम लेने से नाराज़ हो रहे,इसलिए नाम लेना उचित नहीं। मुंढे जी सत्ताधारियों को पंगु न बनाये,क्योंकि सत्ताधारी को को विपक्ष सह जनता को संभालना पड़ता हैं।

बसपा नगरसेवक मोहम्मद जमाल ने कहा कि प्रशासन को कहा कि राह बन,दीवार न बन।नागपुर मनपा के नगरसेवकों को कोरोना लॉक डाउन 23 मार्च के 2 माह पहले ही आ चुकी थी। सोशल मीडिया पर नगरसेवकों की दुर्गति निंदनीय हैं।सदन के बाहर जिन्दाबाद-मुर्दाबाद के नारे लगाने वाले मृतप्राय लोग हैं, जो खुद को जिंदा रखने के लिए कर रहे। कोरोनटाइल सेंटर से पॉजिटिव मरीज निकल रहे। नगरसेवक सिर्फ काम का प्रस्ताव देता हैं, शेष व्यवहार मनपा प्रशासन के अधिकारी करते हैं तो फिर नगरसेवक कहाँ दोषी हो गया।

प्रशासन को ईमानदार बनाये,चुस्त-दुरुस्त बनाये। नगरसेवक बंटी शेलके ने कहा कि आयुक्त के खिलाफ निचले स्तर कुछ कहना उचित नहीं, पिछले 3 माह में ऐसा क्या हुआ कि सभी आयुक्त के खिलाफ भीड़ गए। भाजपा नगरसेवक बंटी कुकड़े ने कहा कि मनपा के अधिकारी नगरसेवकों के खिलाफ मामला दर्ज करवाने का निषेध किया। सभागृह के बाहर इवेंट चल रहा,इवेंट के विरोध हैं।

इसके पहले तक अधिकारी-नगरसेवक के मध्य समन्वय हुआ होता। एप्प पर शिकायत दर्ज होते ही तय नीति के तहत उसका निवारण तुरंत की जानी इवेंट ही हैं। एप्प को सामने रख नगरसेवकों को नजरअंदाज किया जा रहा। मैं भी नगरसेवक पद से इस्तीफा देने को तैयार,इसकी जगह मुंढे को नगरसेवक पद दें और काम करके बताए।

इसके बाद विक्की कुकरेजा,बाल्या बोरकर,दुनेश्वर पेठे,संजय बंगाले,नीतीश ग्वालवंशी ने अपने विचार अविश्वास प्रस्ताव के समर्थन में रखें।

संदीप सहारे ने कहा कि साठवणे के खिलाफ मामला दर्ज करवाने वाले वार्ड अधिकारी विजय हुमने और अतिरिक्त स्वास्थ्य अधिकारी प्रदीप गंटावार जब खुद किसी न किसी मामले में दोषी हो तो मनपायुक्त पहले दोनों के मामले की जांच कर उन्हें निलंबित करें।अगर सही मायने में आयुक्त निष्पक्ष हैं तो उक्त मामले में गंभीर दखल लें।

नगरसेवक कमलेश चौधरी ने कहा कि आयुक्त की वजह से पिछले 3 दिनों से सभागृह में चर्चा हो रही,विपक्ष को बोलने का मौका मिल रहा। हमें अविश्वास प्रस्ताव का न समर्थन हैं और न ही विरोध। भाजपा नगरसेवक धर्मपाल मेश्राम ने कहा कि विपक्ष के नेता कल तक सत्तापक्ष के साथ मंच साझा कर आयुक्त के नीत का विरोध कर रहे थे और आज ‘यू टर्न’ ले लिए जो समझ से परे हैं।वे साठवणे को अविश्वास प्रस्ताव वापिस लेने के लिए दबाव बना रहे थे लेकिन उसमें उन्हें सफलता नहीं मिली।

सोशल मीडिया के माध्यम से नगरसेवकों के खिलाफ शहरवासियों को ‘हैमरिंग’ की जा रही।जिस अधिकारी को ‘रूल ऑफ लॉ’ नहीं मालूम वह शहर का पालक नहीं हो सकता।

और अंत मे शिवसेना के नगरसेवक किशोर कुमेरिया ने आयुक्त के कामकाजों की सराहना की,सिर्फ समन्वय के अभाव पर खेद प्रकट की और छोटे-छोटे व्यवसायियों के संदर्भ में सकारात्मक निर्णय लेने की गुहार लगाई। वर्तमान परिस्थितियों से जुड़ी महत्वपूर्ण कार्यों को शुरू करने की मांग भी की।

इसके बाद महापौर ने आज की सभा कल गुरुवार 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया।