Published On : Thu, Aug 22nd, 2019

छात्रों के मूल्यांकन के लिए मनोविज्ञान पर संवेदीकरण, जेजे और पोस्को एक्ट प्रशिक्षण कार्यक्रम

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नागपुर – सर्वोच्च न्यायालय के आदेशानुसार छात्रों व अभिभावकों को जेजे पॉस्को एक्ट प्रशिक्षण हेतु दिशा निर्देश के अनुसार उप संचालक नागपुर विभाग द्वारा पैनल का गठन किया गया. इसके माध्यम से नागपुर विभाग की स्कूलों में प्रशिक्षण देने का कार्य प्रारंभ हुआ .पहले सत्र में 15,000 बच्चों पर अध्ययन की रिपोर्ट प्रशासन के सामने प्रस्तुत की गई. सिविल लाइन स्थित स्कूल ऑडिटोरियम ‘ अमेरीस ‘ सेंट उर्सुला स्कूल मे शिक्षा विभाग तथा आरटी ई एक्शन कमेटी ( एडु फ़र्स्ट)के तत्वाधान में कार्यक्रम का आयोजन किया गया.

इस दौरान मुख्य अतिथि के तौर पर माध्यमिक शिक्षणअधिकारी शिवलिंग पटवे, आरटीई एक्शन कमेटी चेयरमैन तथा प्रशिक्षण प्रमुख शाहिद शरीफ़ , समाजसेवी अफ़ज़ल मीठा ,पेट्रोन आरएसी , प्राध्यापक रचना सिंह ,डॉ राजीव मोहता , डॉ रुझेना बैग पैनलिस्ट, मुश्ताक़ पठान मौजूद रहे. डॉ रोज़ेना बैग द्वारा मनोविज्ञान प्रशिक्षण व छात्रों में अध्ययन करने के बाद यह पाया गया है कि छात्र शारीरिक और मानसिक रूप से पीड़ित हैं. अधिकांश छात्र सोशल मीडिया के शिकार है. छात्र अपने परिवार रिश्तेदारों में असुरक्षित पाए जा रहे हैं. बच्चों को मनोवैज्ञान परीक्षण की आवश्यकता है. बच्चे बड़ी मात्रा में ट्यूशन ले रहे हैं बच्चों में प्रशिक्षण के पश्चात
बदलाव पाय गया है. यह जानकारी स्कूलों में दिए गऐ प्रशिक्षण के बाद प्राध्यापकों ने बताई. फ़ादर प्रशांत, सिस्टर सोफिया, विनीता बंसल, मंजरी जोशी ने भी यह जानकारी दी है. और इन्होने कहा की आने वाले समय में वर्ष में एक बार बच्चों काे प्रशिक्षण देना अत्यंत आवश्यक है. पटवे ने अपने वक्तव्य में कहा कि प्रशिक्षण देने तथा अधिनियम का ज्ञान देने का कार्य प्रशासन का है. आज संवेदन शील विषय में प्रशिक्षण दिया जा रहा है जो की बच्चों पर होने वाले अत्याचार उसकी रोकथाम तथा मनोविज्ञान के माध्यम से छात्रों को तनावमुक्त और शशक्त करने का कार्य आरटीई एक्शन कमेटी के पैनलिस्ट द्वारा किया जा रहा है. प्रत्येक बच्चे को जागरूक कर और वो अपने आप को समाज में सुरक्षित और भय मुक्त वातावरण मे जीने का अहसास हो . प्रस्तावना में शाहिद शरीफ़ ने बताया कि प्रशिक्षण में प्राप्त जानकारी यूनेस्को और यूनाइटेड नेशन तथा राष्ट्रीय बाल आयोग को सौंपी जाएगी और यह कार्यक्रम सारे देश में चलाया जाएगा. जिससे छात्रों पर होने वाले अत्याचार के विरोध में अंकुश लगेगा. आभार प्रदर्शन उप प्राध्यापक पार्वती जोसफ़ ने किया .