यवतमाल बैटमिंटन का कोर्ट हुआ फेल, राज्य बैटमिंटन के पदाधिकारियों ने किया था निरीक्षण
यवतमाल। यवतमाल जिले का जिला क्रीड़ा अधिकारी द्वारा बनाया गया बैटमिंटन का सरकारी कोर्ट (खेल का मैदान) फेल कर दिया गया है. यह कार्रवाई राज्य बैटमिंटन के पदाधिकारियों द्वारा की गई है. इससे पहले इस कोर्ट पर राज्यस्तरीय स्पर्धा ले सकते है क्या? इसलिए निरीक्षण किया गया था. मगर निरीक्षण के बाद उसे कई खामियां उजागर होने से उसे फेल कर दिया गया है. बैटमिंटन का सरल नियम है कि, इसकी मैटीन ब्ल्यू या ग्रीन कलर की होनी चाहिए. मगर यहां पर येलो कलर की मैटीन लगाई गई है. यहां पर प्रकाश व्यवस्था के लिए लगाए गए 18 में से 11 लाईट हमेशा के लिए बंद पड़े है. इन्डोर गेम के लिए अंदर सोलर लाईट लगाए गए है. जिसकी ऊंचाई अत्यल्प होने से खिलाडिय़ों को बैटमिंटन का फूल भी नजर नहीं आता है. इस कोर्ट बनाने के लिए लाखों रुपए खर्च हो गए, मगर यह सरकारी कोर्ट फेल साबित हो गया है. जिससे यहां के जिला क्रीड़ा अधिकारी पर ऊंगलियां उठी है, उनकों इस मामले में कोई विशेष जानकारी नहीं थी तो इसके लिए संबंधित विशेषज्ञ या खिलाड़ी से पूछना था, मगर ऐसा भी उन्होंने नहीं किया.
राज्य बैटमिंटन सिंगल और डबल स्पर्धा
यवतमाल में एमआईडीसी लोहारा के महाविद्यालय के कोर्ट में द्वितीय राज्यस्तरीय सिंगल और डबल बैटमिंटन स्पर्धा महिला एवं पुरुषों में होगी. 20 से 23 नवंबर तक आयोजित इस स्पर्धा में मैन सिंगल के लिए 38 हजार और डबल के लिए 36 हजार तो महिलाओं में सिंगल के 20 हजार और डबल के लिए 12 हजार रुपए के पुरस्कार भी रखे गए है. ऐसी जानकारी आज बुलाए गए संवाददाता सम्मेलन में जिला बैटमिंटन संघ के उपाध्यक्ष नंदकुमार सुराणा, अविनाश देशमुख, सचिव प्रदीप गाबड़ा, राष्ट्रीय खिलाड़ी शंकर बरनेला (दिग्रस) ने दी है. इस समय जिले के कोच विरेंद्र तलरेजा उपस्थित थे. राज्य से लगभग
200 खिलाड़ी इस स्पर्धा में हिस्सा लेंगे. इस स्पर्धा का आयोजन जिला एवं राज्य बैटमिंटन एसोसिएशन ने किया है. इस स्पर्धा में जितनेवाले स्पर्धक राज्यस्तरीय टीम में चुने जाएंगे और राष्ट्रीय स्पर्धा में खेलेंगे.
