Published On : Mon, Aug 6th, 2018

फ्रेंडशिप डे का जश्न मनाने गए 3 किशोर की डूबकर मौत

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हिंगना: हिंगना थानांतर्गत तेलगांव के समीप स्थित सालईमेंढा तालाब में फ्रेंडशिप डे का जश्न मनाने गए 3 किशोर की डूबकर मौत हो गई. इस घटना से हिंगना सहित नागपुर के भांडेवाड़ी परिसर में भी शोक की लहर फैल गई है. खबर मिलते ही हिंगना पुलिस और अग्निशमन दल घटनास्थल पर पहुंचा.

मशक्कत के बाद 1 किशोर की लाश हाथ लगी. अन्य 2 के शव अभी भी पानी में हैं. सोमवार की सुबह फिर से खोज अभियान चलाया जाएगा. मृतकों में भांडेवाड़ी सेवागलनगर निवासी प्रथमेश रमेश सिडाम (16), सागर सुरेश जांभुलकर (17) और बंटी प्रेमलाल निर्मल (14) का समावेश है.

बताया जाता है कि कुल 8 युवक पार्टी करने गए थे. रविवार को सभी को छुट्टी थी और फ्रेंडशिप डे भी था. ऐसे में सभी ने पार्टी करने के लिए सालईमेंढा जाने के बारे में सोचा. भोजन होने के बाद 5 युवक तालाब के किनारे खेल रहे थे, जबकि प्रथमेश, सागर और बंटी तालाब में नहाने के लिए उतर गए. काफी देर तक तीनों ने मस्ती की. सागर अचानक डूबने लगा. अन्य 2 ने उसे बचाने का प्रयास किया और तीनों गहरे पानी में चले गए.

तीनों भी तैरना नहीं जानते थे. पानी में हाथ-पैर मारते शोर मचाया तो तालाब के पास खेल रहे अन्य मित्रों का ध्यान गया. सभी तालाब की तरफ दौड़े लेकिन तैरना कोई नहीं जानता था. इसीलिए कोई बचाने के लिए आगे नहीं गया. तुरंत घटना की जानकारी हिंगना पुलिस को दी गई.

जल्द ही ग्रामीण लोग भी वहां पहुंच गए. पुलिस ने मदद के लिए एमआईडीसी हिंगना के दमकल विभाग को बुलाया. इसके अलावा स्टेट डिसास्टर रिस्पांस फोर्स (एसडीआरएफ) की टीम भी मौके पर पहुंची. काफी मशक्कत करने के बाद प्रथमेश का शव हाथ लगा और हिंगना के ग्रामीण रुग्णालय में भेजा गया. अन्य 2 की भी तलाश की गई, लेकिन अंधेरा होने के कारण खोज अभियान ज्यादा समय तक नहीं चल पाया.

वहीं घटना की जानकारी मिलने के बाद परिजन भी घटनास्थल पर पहुंचे. 3 परिवारों ने अपने कम उम्र के बच्चों को खो दिया. परिसर में मातम का माहौल बन गया.

शव की तलाश करने के लिए नागपुर महानगरपालिका के अग्निशमन विभाग से भी मदद मांगी गई है. सोमवार की सुबह 1 दल वहां भेजा जाएगा. वैसे सुबह तक शव ऊपर आने का अनुमान लगाया जा रहा है. बारिश का मटमैला पानी होने के कारण केवल गल डालकर ही शवों को ढूंढा जा सकता है. ग्रामीण क्षेत्रों में इस तरह की घटनाएं आम हो गई हैं. त्योहार और वीकेंड होने पर शहर के युवा ग्रामीण क्षेत्रों में मौज-मस्ती करने चले जाते हैं. वाकी, झिल्पी, बीना में इस तरह की घटनाएं आम हो गई हैं. छुट्टी के दिन यहां पुलिस बंदोबस्त तैनात करना जरूरी हो गया है.