नागपुर। नागपुर ग्रामीण क्षेत्रीय परिवहन कार्यालय (आरटीओ) ने वाहनों से जुड़े विभिन्न कार्यों से होने वाली आय के मामले में नया मुकाम हासिल किया है। वित्तीय वर्ष 2022-23 में आरटीओ को 228 करोड़ रुपए की आय हुई है।
वाहनों की संख्या, वाहन मालिकों द्वारा उल्लंघन के साथ-साथ लाइसेंस और पंजीकरण जैसे विभिन्न करों के मामले में, जो करोड़ों रुपए का राजस्व एकत्र करते हैं, आरटीओएच कार्यालय में बुनियादी सुविधाओं का अभाव है। हालाँकि, इस पर आंख मूंदकर, राज्य सरकार द्वारा राजस्व लक्ष्य में वृद्धि की जाती है। पिछला वित्तीय वर्ष कोई अपवाद नहीं था। नागपुर ग्रामीण आरटीओ को 228 करोड़ रूपए का लक्ष्य दिया गया था। कार्यालय विशेष प्रयास से शत प्रतिशत लक्ष्य हासिल करने में सफल रहा। दिलचस्प बात यह है कि पिछले साल 207 करोड़ 64 लाख के लक्ष्य के मुकाबले 190 करोड़ 47 लाख यानी लक्ष्य का 92 प्रतिशत हासिल किया गया।
नागपुर ग्रामीण आरटीओ डिवीजन के तहत गढ़चिरौली, चंद्रपुर, गोंदिया, भंडारा उप क्षेत्रीय परिवहन कार्यालय आते हैं। नागपुर के साथ इन चारों अनुमंडलीय परिवहन कार्यालयों को 523 करोड़ 11 लाख रूपए का लक्ष्य दिया गया था। उसकी तुलना में 95 प्रतिशत यानी 494 करोड़ 36 लाख का लक्ष्य हासिल किया गया। पिछले साल 477 करोड़ 29 लाख का लक्ष्य 87 फीसदी यानी 415 करोड़ का लक्ष्य हासिल किया गया था।
राजस्व के मामले में नागपुर ग्रामीण उत्तीर्ण रहा है। कार्यालय में कार्यरत सभी अधिकारियों, मोटर वाहन निरीक्षकों, सहायक मोटर वाहन निरीक्षकों एवं कर्मचारियों के अथक प्रयासों से शत-प्रतिशत राजस्व प्राप्त कर अव्वल स्थान बनाए रखना संभव हो सका है, इस आशय के विचार विजय चव्हाण, क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी ने व्यक्त किए।